श्रीनगर: सात साल पहले आपदा से क्षतिग्रस्त एचएनबी गढ़वाल विवि के चौरास स्टेडियम के पुनर्निर्माण की उम्मीदें जगी हैं. रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी और गढ़वाल विवि के सुझाव को सैद्धांतिक सहमति दे दी है. कंडारी ने आरवीएनएल को परियोजना का मलबा क्षतिग्रस्त स्टेडियम में डंप करने का सुझाव दिया है, ताकि स्टेडियम अपने पुराने स्वरूप में लौट सके.
जून 2013 में अलकनंदा नदी में आई बाढ़ से गढ़वाल विवि का चौरास स्टेडियम का आधा हिस्सा ध्वस्त हो गया था. इससे चौरास संपर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया. स्टेडियम की पुनर्स्थापना के लिए गढ़वाल विवि को लगभग 70 करोड़ रुपयों की जरूरत है. हालांकि, यूजीसी लगभग 40 करोड़ रुपये दे चुका है, लेकिन इस धनराशि से स्टेडियम की आधी ही दीवार खड़ी हो पाई है.
क्षेत्रीय विधायक कंडारी ने बताया कि चौरास क्षेत्र में वर्तमान में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग परियोजना की सुरंग और रेल स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है. यहां बड़ी मात्रा में खोदाई में मिट्टी-पत्थर निकल रहे हैं, जो स्टेडियम के पुनर्निर्माण के काम आ सकते हैं, जिसे देखते हुए गढ़वाल विवि प्रशासन और रेल मार्ग के मुख्य परियोजना प्रबंधक हिमांशु बडोनी के साथ पत्राचार किया गया, जिसके लिए दोनों ने हामी भर दी.
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विवि और विधायक के पत्र का जवाब देते हुए बडोनी ने कहा है कि उनको भी मलबा निस्तारण के लिए पर्याप्त भूमि नहीं मिल पा रही है, इसीलिए वह इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक सहमति देते हैं. इसके लिए डिजाइन-कंसल्टेंट से सभी तकनीकी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा. इसके बाद लैंडस्केप प्लान तैयार किया जाएगा.
कंडारी का कहना है कि नदी के समांतर पूर्व में दीवार लगाई जा चुकी है. आरवीएनएल जब मलबा डंप करेगा तो सुरक्षात्मक उपाय भी करेगा. इससे स्टेडियम पुराने रूप में लौट आएगा, जबकि चौरास के निवासियों को संपर्क मार्ग मिल जाएगा.