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करंट लगने से हाथी की मौत मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज

लैंसडाउन वन प्रभाग के गूलरझाला बीट क्षेत्र के झंडिचौड़ पूर्वी में हुई नर हाथी की मौत मामले पर वन विभाग की टीम ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. वन महकमा करंट लगने के कारणों की जांच में जुट गया है.

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Published : Sep 10, 2019, 7:43 PM IST

कोटद्वारः लैंसडाउन वन प्रभाग के गूलरझाला बीट क्षेत्र के झंडिचौड़ पूर्वी में करंट लगने से एक हाथी की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से लैंसडाउन वन प्रभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामले पर वन विभाग की टीम ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. साथ ही मामले की जांच में जुट गई है. वहीं, टीम ने हाथी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया है.

करंट लगने से हाथी की मौत.

जानकारी के मुताबिक, झंडीचौड़ पूर्वी में बीते लंबे समय से हाथियों के झुंड ने आतंक मचाया हुआ था. हाथियों के झुंड पड़ोसी जिला बिजनौर के जंगलों से आकर खेतों में घुस जाते थे. जहां पर हाथियों ने धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया था. कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दी थी.

ये भी पढे़ंः DAV कॉलेज में ABVP की हार पर उच्च शिक्षा मंत्री बोले- अंदरूनी प्रॉब्लम से हुई हार

अंदेशा जताया जा रहा है कि जंगली जानवरों को खेतों की ओर आने से रोकने के लिए लोगों ने घेरबाड़ कर करंट छोड़ा होगा. जिसकी चपेट में आकर हाथी की मौत हो सकती है. हाथी की उम्र करीब 20 से 25 साल के बीच बताई जा रही है.

वहीं, मामले पर प्रभागीय वन अधिकारी अखिलेश तिवारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए हैं. उससे साफ तौर पर करंट लगने से ही हाथी की मौत हुई है. मामले पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, टीम करंट लगने के कारणों की जांच में जुट गई है.

कोटद्वारः लैंसडाउन वन प्रभाग के गूलरझाला बीट क्षेत्र के झंडिचौड़ पूर्वी में करंट लगने से एक हाथी की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से लैंसडाउन वन प्रभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामले पर वन विभाग की टीम ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. साथ ही मामले की जांच में जुट गई है. वहीं, टीम ने हाथी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया है.

करंट लगने से हाथी की मौत.

जानकारी के मुताबिक, झंडीचौड़ पूर्वी में बीते लंबे समय से हाथियों के झुंड ने आतंक मचाया हुआ था. हाथियों के झुंड पड़ोसी जिला बिजनौर के जंगलों से आकर खेतों में घुस जाते थे. जहां पर हाथियों ने धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया था. कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दी थी.

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अंदेशा जताया जा रहा है कि जंगली जानवरों को खेतों की ओर आने से रोकने के लिए लोगों ने घेरबाड़ कर करंट छोड़ा होगा. जिसकी चपेट में आकर हाथी की मौत हो सकती है. हाथी की उम्र करीब 20 से 25 साल के बीच बताई जा रही है.

वहीं, मामले पर प्रभागीय वन अधिकारी अखिलेश तिवारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए हैं. उससे साफ तौर पर करंट लगने से ही हाथी की मौत हुई है. मामले पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, टीम करंट लगने के कारणों की जांच में जुट गई है.

Intro:summary लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के गूलरझाला बीट क्षेत्र के झंडिचौड़ पूर्वी में हुई नर हाथी की मौत में वन विभाग ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर की जांच शुरू। इस घटना से लैंसडौन वन प्रभाग में हड़कंप मचा हुआ है अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक हाथी पर करंट लगने के कारणों की जांच में जुटे हुये है।

intro कोटद्वार, लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के गूलर झाला बीट क्षेत्र के झंडिचौड़ पूर्वी में करंट लगने से हुई नर हाथी की मौत में वन विभाग ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी, वन विभाग की टीम ने मौके पर मृत हाथी के शव को कब्जे में लेकर दो डॉ के पैनल ने पोस्टमार्टम कर घटनास्थल के समीप जिला बिजनौर के जंगल में हाथी के शव को दफना दिया, वन विभाग की कई टीमें हाथी की मौत के कारणों व करंट लगने के कारणों की जांच में जुटी, घटनास्थल से वन विभाग की जांच टीम को कई अहम सुराग मिले, जिनके आधार पर वन विभाग की टीम आगे जांच में जुटी।


Body:वीओ1- जानकारी के मुताबिक झंडीचौड़ पूर्वी में काफी लंबे समय से हाथियों के झुंड ने आतंक मचा हुआ था, हाथियों का झुंड पड़ोसी जिला बिजनौर के जंगलों से आकर खेतों में घुस जाते थे, जिससे कि धान की फसल को भारी नुकसान हाथियों के झुंड ने पहुंचाया, कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को दी थी, अंदेशा जताया जा रहा है कि जंगली जानवरों को खेतों की तरफ आने से रोकने के लिए लोगो के द्वारा घेरबाड पर करंट छोड़ा रहता है, देर रात को एक नर हाथी जिसकी उम्र लगभग 20 से 25 वर्ष के बीच बतायी जा रही है धान की फसल को नुकसान पहुंचाने जिला बिजनोंर के जंगल की ओर से कोटद्वार रेंज में खेतो की तरफ आ रहा था तभी उसे करंट लग गया और उसकी मौके पर मौत हो गई।

वीओ2- वहीं पूरे मामले पर प्रभागीय वन अधिकारी लैंसडौन अखिलेश तिवारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए हैं उससे साफ तौर पर करंट लगने से ही हाथी की मौत हुई है, अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है जांच में जो तथ्य सामने आएंगे और जिन लोगों पर शक जाहिर होगा उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी, वन विभाग की कई टीमें गठित कर हाथी पर करंट लगने के कारणों के जांच में जुट गई है।

बाइट अखिलेश तिवारी डीएफओ लैंसडौन।


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