कोटद्वारः लैंसडाउन वन प्रभाग के गूलरझाला बीट क्षेत्र के झंडिचौड़ पूर्वी में करंट लगने से एक हाथी की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से लैंसडाउन वन प्रभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामले पर वन विभाग की टीम ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. साथ ही मामले की जांच में जुट गई है. वहीं, टीम ने हाथी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया है.
जानकारी के मुताबिक, झंडीचौड़ पूर्वी में बीते लंबे समय से हाथियों के झुंड ने आतंक मचाया हुआ था. हाथियों के झुंड पड़ोसी जिला बिजनौर के जंगलों से आकर खेतों में घुस जाते थे. जहां पर हाथियों ने धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया था. कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दी थी.
ये भी पढे़ंः DAV कॉलेज में ABVP की हार पर उच्च शिक्षा मंत्री बोले- अंदरूनी प्रॉब्लम से हुई हार
अंदेशा जताया जा रहा है कि जंगली जानवरों को खेतों की ओर आने से रोकने के लिए लोगों ने घेरबाड़ कर करंट छोड़ा होगा. जिसकी चपेट में आकर हाथी की मौत हो सकती है. हाथी की उम्र करीब 20 से 25 साल के बीच बताई जा रही है.
वहीं, मामले पर प्रभागीय वन अधिकारी अखिलेश तिवारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए हैं. उससे साफ तौर पर करंट लगने से ही हाथी की मौत हुई है. मामले पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, टीम करंट लगने के कारणों की जांच में जुट गई है.