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जंगलों को आग से बचाने के लिए बच्चों को पढ़ाया जागरूकता का पाठ - वन विभाग

सोमवार को पौड़ी के प्राइवेट स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को आग लगने के कारणों और उस पर नियंत्रण करने की जानकारी दी गई.

बच्चों को पढ़ाया जागरूकता का पाठ
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Published : Apr 15, 2019, 7:45 PM IST

पौड़ी: गर्मी के शुरू होते ही उत्तराखंड के जंगल भी धधकने शुरू हो जाते हैं. हर साल आग लगने से जंगलों में करोड़ों रुपए की वन संपदा राख हो जाती है. आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग की ओर से काफी इंतजाम किए जाते हैं, बावजूद गर्मियों में आग की घटनाएं बढ़ती रहती हैं. इन घटनाओं पर काबू पाने के लिए वन और अग्निशमन विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि वो इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण पा सकें और अपने साथ दूसरों की जान भी बजा सकें.

बच्चों को पढ़ाया जागरूकता का पाठ

पढ़ें- चैंपियन vs कर्णवाल मामले में बीजेपी हाईकमान सख्त, दोनों विधायकों को भेजा जाएगा नोटिस

सोमवार को पौड़ी के प्राइवेट स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को आग लगने के कारणों और उस पर नियंत्रण करने की जानकारी दी गई. इस दौरान अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अक्सर देखने में आता है कि घर, स्कूल व आसपास के जंगलों में लगी आग पर काबू पाना असंभव हो जाता है. जिससे बचने के लिए हमें तैयार रहना होगा. अधिकारी ने बताया कि आग लगने का प्रमुख कारण लोगों का जागरूक न होना है. बच्चों के साथ-साथ उनके शिक्षकों को बताया गया कि जंगलों में किस तरह आग लगती है और उस पर किस तरह काबू पाया जाता है.

पढ़ें- परिवार के साथ नहाने आए युवक की सहस्त्रधारा में डूबने से मौत

फायर स्टेशन के प्रभारी अनुसूया प्रसाद ने बच्चों को बताया कि खेल-खेल में बच्चे जंगलों में आग लगा देते हैं. जो कभी-कभी विकराल रूप धारण कर लेती है. जिसमें करोडो़ं रुपए की वन संपदा राख हो जाती है. इसके लिए जरूरी है कि बच्चे आग लगने के मुख्य कारणों को समझें और यदि किसी कारणवश घर में आग लग जाती है तो उस पर नियंत्रण किया जा सके.

पौड़ी: गर्मी के शुरू होते ही उत्तराखंड के जंगल भी धधकने शुरू हो जाते हैं. हर साल आग लगने से जंगलों में करोड़ों रुपए की वन संपदा राख हो जाती है. आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग की ओर से काफी इंतजाम किए जाते हैं, बावजूद गर्मियों में आग की घटनाएं बढ़ती रहती हैं. इन घटनाओं पर काबू पाने के लिए वन और अग्निशमन विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि वो इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण पा सकें और अपने साथ दूसरों की जान भी बजा सकें.

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सोमवार को पौड़ी के प्राइवेट स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को आग लगने के कारणों और उस पर नियंत्रण करने की जानकारी दी गई. इस दौरान अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अक्सर देखने में आता है कि घर, स्कूल व आसपास के जंगलों में लगी आग पर काबू पाना असंभव हो जाता है. जिससे बचने के लिए हमें तैयार रहना होगा. अधिकारी ने बताया कि आग लगने का प्रमुख कारण लोगों का जागरूक न होना है. बच्चों के साथ-साथ उनके शिक्षकों को बताया गया कि जंगलों में किस तरह आग लगती है और उस पर किस तरह काबू पाया जाता है.

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फायर स्टेशन के प्रभारी अनुसूया प्रसाद ने बच्चों को बताया कि खेल-खेल में बच्चे जंगलों में आग लगा देते हैं. जो कभी-कभी विकराल रूप धारण कर लेती है. जिसमें करोडो़ं रुपए की वन संपदा राख हो जाती है. इसके लिए जरूरी है कि बच्चे आग लगने के मुख्य कारणों को समझें और यदि किसी कारणवश घर में आग लग जाती है तो उस पर नियंत्रण किया जा सके.

Intro:पुलिस अग्निशमन विभाग की ओर से आज पौड़ी के प्राइवेट स्कूल में बच्चों और शिक्षकों को आग लगने के कारणों और आग लगने के बाद उन पर नियंत्रण करने की जानकारी दी गई । अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने जानकारी दी कि घर, स्कूल व आस पास जंगलों में आग लगने के बाद काबू कर पाना असंभव हो जाता है जिससे कि कहीं ना कहीं महत्वपूर्ण संपदा का नुकसान हो रहा है। जिनको को बचाने के लिए हमें तैयार रहना होगा। आग लगने के मुख्य कारण क्या है साथ ही आग लगने के बाद किस तरह से उस आग को काबू किया जा सकता है इसकी भी जानकारी दी गई।


Body:पहाड़ों की महत्वपूर्ण वन संपदा हर साल आग की चपेट में आ रही है जिसका मुख्य कारण है लोगों का जागरूक ना होना। अग्निशमन विभाग की ओर से स्कूल में जाकर बच्चों के साथ-साथ उनके शिक्षकों को बताया गया कि किस तरह से जंगलों में आग लग जाती है और आग लगने के बाद उस पर काबू पाना असंभव हो जाता है जिससे हमारी महत्वपूर्ण वन संपदा जलकर खाक हो जाती है वही जंगलों में रह रहे पशु पक्षी भी इसकी चपेट में आकर कुछ प्रजातियां विलुप्त की कगार पर आ गई हैं तो कहीं ना कहीं आग लगने से हमारी प्रकृति और पर्यावरण को उसका काफी नुकसान हो रहा है जिसके लिए सभी को जिम्मेदारी लेनी होगी और आग लगने के मुख्य कारणों को समझकर आग लगने के बाद उन पर समय रहते काबू करना होगा।


Conclusion: फायर स्टेशन के प्रभारी अनुसूया प्रसाद ने बच्चों को बताया कि खेल खेल में बच्चे जंगलों में आग लगा देते हैं और वह आग इतनी भयानक हो जाती है जो कि साल दर साल हमारी वन संपदा को जलाकर खाक कर रही है जिससे हमारे पर्यावरण और प्रकृति दोनों को ही नुकसान हो रहा है उन्होंने बच्चों को जानकारी दी कि वह अपने घर पर भी आग लगने के मुख्य कारणों को समझें और यदि किसी कारणवश घर पर आग लग जाती है तो किस तरह है उस पर नियंत्रण किया जा सके जिससे कि वह अपना विकराल रूप धारण ना करें उन्होंने कहा कि सभी बच्चों और परिवारजनों को यह जिम्मेदारी लेनी होगी कि वह अपने घर और अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आग के मुख्य कारणों को अच्छे से समझ सके।

अनुसूया प्रसाद गौड़(प्रभारी फायर स्टेशन पौड़ी)
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