ETV Bharat / state

न्याय मिलने की आस में अंकिता भंडारी की दादी ने तोड़ा दम, पोती के लिए न्याय ही थी अंतिम इच्छा! - अंकिता भंडारी की दादी

Ankita Bhandari Grandmother Died पौड़ी की बेटी अंकिता भंडारी को अभी तक न्याय नहीं मिल पा रहा है. न्याय की आस में अंकिता की दादी शक्ति देवी की सांसें भी थम गई है. जिनका आज अंतिम संस्कार किया गया. अंकिता की दादी शक्ति देवी की अंतिम इच्छा भी पोती को न्याय दिलाना था. अक्सर अंकिता को याद रो पड़ती थीं.

Ankita Bhandari Murder Case
अंकिता भंडारी हत्याकांड
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 8, 2024, 7:30 PM IST

Updated : Jan 8, 2024, 10:24 PM IST

अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी का छलका दर्द

श्रीनगर: पूरे देश में चर्चाओं में रहा अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन दो साल से अंकिता के परिजन न्याय की आस में जी रहे हैं. इसी बीच बीती रोज न्याय की आस में अंकिता की दादी की सांसें थम गई. 84 साल की शक्ति देवी ने कल दोपहर के समय अंतिम सांस ली. जिन्हें उनके पैतृक घाट भक्तियाना स्थित घाट पर अंतिम विदाई दी गई. बताया जा रहा है कि वे अंतिम दिनों में भी अंकिता को लेकर परेशान रहा करती थीं.

Ankita Bhandari Murder Case
अंकिता की दादी शक्ति देवी (फाइल फोटो)

अंतिम इच्छा थी अंकिता को न्याय मिले: बता दें कि 84 वर्षीया शक्ति देवी, अंकिता भंडारी की दादी थी. अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि उनकी मां अंतिम दिनों तक अंकिता को न्याय दिलाने के बारे में उनसे पूछा करती थीं. उनकी मां इतनी बड़ी घटना से सदमे में थीं. वे आज भी उन्हें याद करते हुए रो जाया करती. त्योहार में अंकिता के बिना परेशान रहती थीं. इसी वजह से बीमार रहने लगी. आखिरकार उन्होंने बीते रोज दोपहर के समय अपने प्राण त्याग दिए. उनकी अंतिम इच्छा भी अंकिता को न्याय मिलना ही था.
ये भी पढ़ेंः अंकिता भंडारी गांव में बनानी चाहती थी घर, हैवानों ने उसके सपनों के साथ मार डाला

वीआईपी, तत्कालीन एसडीएम और विधायक रेणु बिष्ट के खिलाफ हो कार्रवाई: वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि अब साफ हो गया है कि वीआईपी कौन था. उन्होंने नाम लेते हुए कहा कि बीजेपी का एक उच्च पदाधिकारी ही उस दिन वीआईपी के रूप में रिजॉर्ट में आने वाला था, लेकिन प्रशासन ने रिजॉर्ट को तुड़वा कर वीआईपी का नाम छुपाने की कोशिश की. उन्होंने वीआईपी समेत तत्कालीन उपजिलाधिकारी और यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.

Ankita Bhandari Murder Case
अंकिता भंडारी (फाइल फोटो)

क्या था मामला? बता दें कि पौड़ी जिले के श्रीकोट डोभ की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. 19 वर्षीया अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को अचानक वनंत्रा रिजॉर्ट से लापता हो गई थी. इसके बाद वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता के घरवालों को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
ये भी पढ़ेंः अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की जमानत खारिज, HC ने बताया संगीन अपराध

करीब एक हफ्ते बाद यानी 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला नहर से बरामद हुआ था. पुलकित आर्य और उसके दो साथी अंकित गुप्ता एवं सौरभ भास्कर पर आरोप है कि तीनों ने अंकिता को चीला नहर में धक्का दे दिया था. पुलकित आर्य पर आरोप है कि वो अंकिता भंडारी से रिजॉर्ट में गलत काम कराना चाहता था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ इनकार कर दिया था. जो अंकिता की मौत की वजह भी बनी. अब मामले में लगातार सुनवाई हो रही है.

अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी का छलका दर्द

श्रीनगर: पूरे देश में चर्चाओं में रहा अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन दो साल से अंकिता के परिजन न्याय की आस में जी रहे हैं. इसी बीच बीती रोज न्याय की आस में अंकिता की दादी की सांसें थम गई. 84 साल की शक्ति देवी ने कल दोपहर के समय अंतिम सांस ली. जिन्हें उनके पैतृक घाट भक्तियाना स्थित घाट पर अंतिम विदाई दी गई. बताया जा रहा है कि वे अंतिम दिनों में भी अंकिता को लेकर परेशान रहा करती थीं.

Ankita Bhandari Murder Case
अंकिता की दादी शक्ति देवी (फाइल फोटो)

अंतिम इच्छा थी अंकिता को न्याय मिले: बता दें कि 84 वर्षीया शक्ति देवी, अंकिता भंडारी की दादी थी. अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि उनकी मां अंतिम दिनों तक अंकिता को न्याय दिलाने के बारे में उनसे पूछा करती थीं. उनकी मां इतनी बड़ी घटना से सदमे में थीं. वे आज भी उन्हें याद करते हुए रो जाया करती. त्योहार में अंकिता के बिना परेशान रहती थीं. इसी वजह से बीमार रहने लगी. आखिरकार उन्होंने बीते रोज दोपहर के समय अपने प्राण त्याग दिए. उनकी अंतिम इच्छा भी अंकिता को न्याय मिलना ही था.
ये भी पढ़ेंः अंकिता भंडारी गांव में बनानी चाहती थी घर, हैवानों ने उसके सपनों के साथ मार डाला

वीआईपी, तत्कालीन एसडीएम और विधायक रेणु बिष्ट के खिलाफ हो कार्रवाई: वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि अब साफ हो गया है कि वीआईपी कौन था. उन्होंने नाम लेते हुए कहा कि बीजेपी का एक उच्च पदाधिकारी ही उस दिन वीआईपी के रूप में रिजॉर्ट में आने वाला था, लेकिन प्रशासन ने रिजॉर्ट को तुड़वा कर वीआईपी का नाम छुपाने की कोशिश की. उन्होंने वीआईपी समेत तत्कालीन उपजिलाधिकारी और यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.

Ankita Bhandari Murder Case
अंकिता भंडारी (फाइल फोटो)

क्या था मामला? बता दें कि पौड़ी जिले के श्रीकोट डोभ की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. 19 वर्षीया अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को अचानक वनंत्रा रिजॉर्ट से लापता हो गई थी. इसके बाद वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता के घरवालों को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
ये भी पढ़ेंः अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की जमानत खारिज, HC ने बताया संगीन अपराध

करीब एक हफ्ते बाद यानी 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला नहर से बरामद हुआ था. पुलकित आर्य और उसके दो साथी अंकित गुप्ता एवं सौरभ भास्कर पर आरोप है कि तीनों ने अंकिता को चीला नहर में धक्का दे दिया था. पुलकित आर्य पर आरोप है कि वो अंकिता भंडारी से रिजॉर्ट में गलत काम कराना चाहता था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ इनकार कर दिया था. जो अंकिता की मौत की वजह भी बनी. अब मामले में लगातार सुनवाई हो रही है.

Last Updated : Jan 8, 2024, 10:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.