पौड़ीः लैंसडाउन तहसील के कानूनगो और राजस्व उप निरीक्षक के ऑडियो मामले में जांच शुरू हो गई है. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने मामले में लैंसडाउन एसडीएम को जांच अधिकारी नामित किया है. उनका कहना है कि मामला यदि सही पाया गया तो दोनों सरकारी कर्मचारियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि एसडीएम की रिपोर्ट आने के बाद ही कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा सकेगी.
गौर हो कि बीते रोज सोशल मीडिया पर लैंसडाउन में घूस मांगने का ऑडियो वायरल हुआ था. वायरल ऑडियो में लैंसडाउन तहसील के अंतर्गत राजस्व क्षेत्र कौड़िया 4 में कानूनगो और राजस्व उप निरीक्षक के बीच हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के लिए पैसे के लेनदेन की बात हो रही थी. जिसमें तहसील के जयहरीखाल क्षेत्र निवासी नीरज गर्ग ने पर्यटन विभाग से होम स्टे के अंतर्गत लोन लेने के लिए आवेदन किया, लेकिन होम स्टे की गाइडलाइन के अनुसार आवेदक का हैसियत प्रमाण पत्र लगाना अनिवार्य कर दिया.
इस पर नीरज गर्ग ने कौड़िया चौकी 4 में राजस्व उप निरीक्षक से प्रमाण पत्र को कहा. जिस पर राजस्व कर्मियों ने प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अपना सारा कच्चा चिट्ठा ही खोल कर रख दिया. इतना ही नहीं सरकारी कर्मचारी फोन पर बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्रियों त्रिवेंद्र सिंह रावत और मौजूदा सांसद तीरथ सिंह रावत के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए भी सुनाई दे रहे हैं. जो सोशल मीडिया में जमकर वायरल (Bribe demanding Audio viral in Lansdowne) हो रहा है.
उधर, मामला जब पौड़ी डीएम आशीष चौहान (Pauri DM Ashish Chauhan) के पास पहुंचा तो उन्होंने तत्काल मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने लैंसडाउन उप जिलाधिकारी स्मिता परमार (Lansdowne SDM Smita Parmar) को जल्द जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है. बीते रोज एसडीएम स्मिता ने वायरल ऑडियो की फॉरेंसिक जांच करने की बात कही थी. अब कहा जा रहा है कि जांच में ऑडियो सही पाया जाता है तो दोनों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
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