ETV Bharat / state

तीन लोगों की मौत के बाद जागा प्रशासन, पनियाली गदेरे से हटाया जा रहा अतिक्रमण

पनियाली गदेरे के कौड़िया के घरों में बिजली का करंट दौड़ने से घर का सामान निकाल रहे तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. इसके बाद प्रशासन ने पनियाली पर बने अतिक्रमण को हटाने के लिए निर्देश जारी कर दिया है.

author img

By

Published : Jul 4, 2019, 12:17 PM IST

Updated : Jul 4, 2019, 12:31 PM IST

हादसे के बाद चेता प्रशासन.

कोटद्वार: पनियाली गदेरे के बाढ़ का पानी सैकड़ों घरों में घुस जाने के बाद बिजली का करंट दौड़ जाने से 3 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने पनियाली नाले की 16 जगहों पर अतिक्रमण को चिह्नित किया. नगर निगम और तहसील प्रशासन ने भवन स्वामियों को अतिक्रमण हटा लेने का नोटिस दिया है.

बता दें कि पनियाली गदेरे के कौड़िया समेत तटवर्ती इलाकों के सैकड़ों घरों में बाढ़ का मलबा घुस गया था. काशीरामपुर के कौड़िया में जलमग्न हुए घरों में बिजली का करंट दौड़ने से घर का सामान निकाल रहे तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.

राजस्व रिकार्ड के अनुसार, पनियाली नाले पर हुए अतिक्रमण को चिह्नित करके भवनों को तोड़ने के लिए स्वामियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं. 16 भवन स्वामियों को स्थानीय प्रशासन के द्वारा नोटिस जारी कर बताया गया कि निशान लगे अतिक्रमण को स्वयं तोड़ दें अन्यथा प्रशासन बल पूर्वक अतिक्रमण हटाएगा. साथ ही अतिक्रमण हटाने का खर्चा भी भवन स्वामी से वसूला जाएगा.

हादसे के बाद चेता प्रशासन.

ये भी पढ़ें: समुद्र में तैरने से बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा

कोटद्वार उपजिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि पनियाली नाले पर कई लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है. ऐसे अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में एक समिति बनाई गई थी. समिति के द्वारा चिह्नित किए गए अतिक्रमण पर निशान लगाए जा रहे हैं. जिसको जल्द हटवाया जाएगा.

कोटद्वार: पनियाली गदेरे के बाढ़ का पानी सैकड़ों घरों में घुस जाने के बाद बिजली का करंट दौड़ जाने से 3 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने पनियाली नाले की 16 जगहों पर अतिक्रमण को चिह्नित किया. नगर निगम और तहसील प्रशासन ने भवन स्वामियों को अतिक्रमण हटा लेने का नोटिस दिया है.

बता दें कि पनियाली गदेरे के कौड़िया समेत तटवर्ती इलाकों के सैकड़ों घरों में बाढ़ का मलबा घुस गया था. काशीरामपुर के कौड़िया में जलमग्न हुए घरों में बिजली का करंट दौड़ने से घर का सामान निकाल रहे तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.

राजस्व रिकार्ड के अनुसार, पनियाली नाले पर हुए अतिक्रमण को चिह्नित करके भवनों को तोड़ने के लिए स्वामियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं. 16 भवन स्वामियों को स्थानीय प्रशासन के द्वारा नोटिस जारी कर बताया गया कि निशान लगे अतिक्रमण को स्वयं तोड़ दें अन्यथा प्रशासन बल पूर्वक अतिक्रमण हटाएगा. साथ ही अतिक्रमण हटाने का खर्चा भी भवन स्वामी से वसूला जाएगा.

हादसे के बाद चेता प्रशासन.

ये भी पढ़ें: समुद्र में तैरने से बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा

कोटद्वार उपजिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि पनियाली नाले पर कई लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है. ऐसे अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में एक समिति बनाई गई थी. समिति के द्वारा चिह्नित किए गए अतिक्रमण पर निशान लगाए जा रहे हैं. जिसको जल्द हटवाया जाएगा.

Intro:summary त्रासदी के बाद स्थानीय प्रशासन ने पनियाली नाले पर अतिक्रमण चिन्हित किया, कुल 16 जगह पर नगर निगम और तहसील प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण चिन्हित किया गया और भवन स्वामियों को बताया गया कि वह स्वयं नाले के किनारे अतिक्रमण हटा ले।

intro मंगलवार को भारी त्रासदी के बाद स्थानीय प्रशासन नींद से जागा और पनियाली नाले की सुध ली, राजस्व रिकार्ड के अनुसार पनियाली नाले पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित कर उस
पर निशान लगा कर उसे तोड़ने के लिए भवन स्वामियों को नोटिस जारी किए जिसमें 16 भवन स्वामियों को स्थानीय प्रशासन के द्वारा नोटिस जारी कर बताया गया कि निशान लगे अतिक्रमण को स्वयं तोड़ दें अन्यथा प्रशासन बल पूर्वक अतिक्रमण हटाएगा और अतिक्रमण हटाने का खर्चा भी भवन स्वामी से वसूला जाएगा।


Body:वीओ1- उपजिलाधिकारी कोटद्वार मनीष कुमार का कहना है कि पनियाली नाला इसका राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार जितनी चौड़ाई है उस पर कई लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है ऐसे अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में एक समिति बनाई गई थी समिति के द्वारा चिन्हित किए गए अतिक्रमण पर आज निशान लगाए जा रहे हैं और साथ ही साथ उनको यह भी बताया जा रहा है कि अपना अपना अतिक्रमण स्वयं हटा दें अन्यथा की स्थिति में प्रशासन नगर निगम सिंचाई विभाग के द्वारा उनके अतिक्रमण को बल पूर्वक हटाया जाएगा उसका खर्चा भी उनसे वसूला जाएगा क्योंकि वर्षा काल चल रहा है एग्जिट ली समय उनको नहीं दिया गया है लेकिन उनको बता दिया है कि जो मकान है वह खतरे की जद में है उनको निशान के माध्यम से भी यह बता दिया है कि बारिश होती है या पनियाली नाले का जलस्तर बढ़ता है उनको सुनिश्चित स्थानों पर चला जाना चाहिए उनको नोटिस भी दिया जा रहा है उनके द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो उसमें अगर कोई नुकसान होता है तो उसकी जिम्मेदारी उनकी स्वयं होगी यदि किसी के पास मकान नहीं है रहने की जगह नहीं है उनके लिए वर्षा काल में आपदा के मानकों के अनुसार उनके रहने की व्यवस्था की जाएगी
बाइट मनीष कुमार उपजिलाधिकारी कोटद्वार।


Conclusion:
Last Updated : Jul 4, 2019, 12:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.