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तितलियों से करते हैं प्यार... तो चले आइए जिम कॉर्बेट पार्क !

रामनगर के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की फिजां में इन दिनों तितलियों के झुण्ड ने रंग घोल दिए हैं. बाघों का घर कहा जाने वाला कॉर्बेट पार्क वन्य प्राणियों और परिंदों की सैकड़ों प्रजातियां का बसेरा है. मगर मॉनसून के मौसम में रंग-बिरंगी तितलियां हजारों की तादात में यहां पहुंची हुई हैं.

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तितलियों का संसार
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Published : Jul 11, 2020, 12:16 PM IST

रामनगर: आप सबने तितलियों को जरूर देखा होगा. ये रंग-बिरंगी तितलियां सभी का मन मोह लेती हैं. ऐसा ही मनमोहक नजारा इन दिनों रामनगर के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में देखने को मिल रहा है. पार्क में हजारों रंग-बिरंगी तितलियों के झुंड देखने को मिल रहे हैं. इन तितलियों की वजह से पार्क की खूबसूरती में चार चांद लग गए हैं. जिम कॉर्बेट पार्क को बाघों का बसेरा कहा जाता है. लेकिन इन दिनों यहां हजारों तितलियों ने अपना बसेरा बना लिया है.

कॉर्बेट पार्क में तितलियों का संसार

जिम कॉर्बेट में तितलियों का झुंड

रामनगर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की फिजां में इन दिनों तितलियों के झुण्ड ने रंग घोल दिए हैं. बाघों का घर कहा जाने वाला कॉर्बेट पार्क वन्य प्राणियों और परिंदों की सैकड़ों प्रजातियां का बसेरा है. मगर मॉनसून के मौसम में रंग-बिरंगी तितलियां हजारों की तादात में यहां पहुंची हैं. इनमें खास तौर पर पीले रंगों वाली कॉमन इमीग्रेंट और मॉर्टल्ड इमीग्रेंट नाम की तितलियों के झुंड जंगलों में मंडराते देखे जा रहे हैं.

दुनियाभर में अठारह हजार किस्म की तितलियां

आपको बता दें कि कीट-पतंगों की करीब डेढ़ लाख किस्में हैं. इनमें से अठारह हजार किस्म की तितलियां दुनियाभर में पाई जाती हैं. करीब पंद्रह सौ प्रजाति की तितलियां भारतीय उपमहाद्वीप में मिलती हैं. बरसात के दौरान तितलियों की संख्या में खासी बढ़ोत्तरी हो जाती है. इमीग्रेंट, मॉरमून, ब्लैक पेंसिल, कामन टाइगर, ग्रास ज्वैल, पी ब्लू, कामन सैलर, काफमन जैम, बैरोनट ये सब यहां की कुछ तितलियों के नाम हैं. फूलों, झाड़ियों में मंडराती और दलदली जगहों पर ये तितलियां उड़ती देखी जा सकती हैं.

तितलियों का आना अच्छा संकेत

तितली प्रेमी संजय छिमवाल बताते हैं कि तितलियों का मॉनसून के दौरान बड़ी संख्या में बाहर आना खेती के लिए अच्छा संकेत है. क्योंकि तितलियां परागण की क्रिया से जुड़ी होती हैं. मिट्टी से खनिज और लवण चूसने वाली इन पीली इमीग्रेंट नाम की तितलियों के अलावा कॉर्बेट में तितलियां की सौ से ज्यादा किस्में होने का अनुमान है. जिम कॉर्बेट पार्क के अधिकारी तितलियों की अच्छी तादाद को यहां की समृद्ध जैव विविधता का ही एक नमूना मानते हैं और इन्हें पार्क और वनों के लिए शुभ संकेत मानते हैं. वहीं, तितली प्रेमी संजय छिमवाल ने कहा कि अगर कॉर्बेट में तितली पार्क बनता है तो ये अच्छा संकेत है.

जिम कॉर्बेट पार्क में बन सकता है तितली पार्क

वहीं, अब कॉर्बेट प्रशासन ने तितली पार्क बनाने को लेकर प्रोजेक्ट तैयार किया है. प्रोजेक्ट को आला अधिकारियों को भेजने की तैयारी की जा रही है. वहीं, इस मामले में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने कहा कि कॉर्बेट में बाघों के साथ-साथ कई प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं, जो अलग अलग मौसम में कॉर्बेट में देखी जाती हैं.

रामनगर: आप सबने तितलियों को जरूर देखा होगा. ये रंग-बिरंगी तितलियां सभी का मन मोह लेती हैं. ऐसा ही मनमोहक नजारा इन दिनों रामनगर के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में देखने को मिल रहा है. पार्क में हजारों रंग-बिरंगी तितलियों के झुंड देखने को मिल रहे हैं. इन तितलियों की वजह से पार्क की खूबसूरती में चार चांद लग गए हैं. जिम कॉर्बेट पार्क को बाघों का बसेरा कहा जाता है. लेकिन इन दिनों यहां हजारों तितलियों ने अपना बसेरा बना लिया है.

कॉर्बेट पार्क में तितलियों का संसार

जिम कॉर्बेट में तितलियों का झुंड

रामनगर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की फिजां में इन दिनों तितलियों के झुण्ड ने रंग घोल दिए हैं. बाघों का घर कहा जाने वाला कॉर्बेट पार्क वन्य प्राणियों और परिंदों की सैकड़ों प्रजातियां का बसेरा है. मगर मॉनसून के मौसम में रंग-बिरंगी तितलियां हजारों की तादात में यहां पहुंची हैं. इनमें खास तौर पर पीले रंगों वाली कॉमन इमीग्रेंट और मॉर्टल्ड इमीग्रेंट नाम की तितलियों के झुंड जंगलों में मंडराते देखे जा रहे हैं.

दुनियाभर में अठारह हजार किस्म की तितलियां

आपको बता दें कि कीट-पतंगों की करीब डेढ़ लाख किस्में हैं. इनमें से अठारह हजार किस्म की तितलियां दुनियाभर में पाई जाती हैं. करीब पंद्रह सौ प्रजाति की तितलियां भारतीय उपमहाद्वीप में मिलती हैं. बरसात के दौरान तितलियों की संख्या में खासी बढ़ोत्तरी हो जाती है. इमीग्रेंट, मॉरमून, ब्लैक पेंसिल, कामन टाइगर, ग्रास ज्वैल, पी ब्लू, कामन सैलर, काफमन जैम, बैरोनट ये सब यहां की कुछ तितलियों के नाम हैं. फूलों, झाड़ियों में मंडराती और दलदली जगहों पर ये तितलियां उड़ती देखी जा सकती हैं.

तितलियों का आना अच्छा संकेत

तितली प्रेमी संजय छिमवाल बताते हैं कि तितलियों का मॉनसून के दौरान बड़ी संख्या में बाहर आना खेती के लिए अच्छा संकेत है. क्योंकि तितलियां परागण की क्रिया से जुड़ी होती हैं. मिट्टी से खनिज और लवण चूसने वाली इन पीली इमीग्रेंट नाम की तितलियों के अलावा कॉर्बेट में तितलियां की सौ से ज्यादा किस्में होने का अनुमान है. जिम कॉर्बेट पार्क के अधिकारी तितलियों की अच्छी तादाद को यहां की समृद्ध जैव विविधता का ही एक नमूना मानते हैं और इन्हें पार्क और वनों के लिए शुभ संकेत मानते हैं. वहीं, तितली प्रेमी संजय छिमवाल ने कहा कि अगर कॉर्बेट में तितली पार्क बनता है तो ये अच्छा संकेत है.

जिम कॉर्बेट पार्क में बन सकता है तितली पार्क

वहीं, अब कॉर्बेट प्रशासन ने तितली पार्क बनाने को लेकर प्रोजेक्ट तैयार किया है. प्रोजेक्ट को आला अधिकारियों को भेजने की तैयारी की जा रही है. वहीं, इस मामले में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने कहा कि कॉर्बेट में बाघों के साथ-साथ कई प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं, जो अलग अलग मौसम में कॉर्बेट में देखी जाती हैं.

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