रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क की सीमा से सटे 25 गांव बाघ और गुलदार के हमलों से परेशान है. जंगली जानवरों के आतंक से पार्क के आस-पास लोगों के लिए जीवनयापन करना कठिन हो रहा है. ग्रामीण इन समस्याओं का कारण कॉर्बेट पार्क प्रशासन की लापरवाही को बता रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर कॉर्बेट प्रशासन इन क्षेत्रों में किए गये कार्यों और मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के प्रयासों का दावा कर रहा है.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से सटे गांव होने के कारण बाघ और गुलदार के आतंक से वो लोग परेशान रहते हैं. बाघ और गुलदार की आवाजाही से इन गांवों के लोगों में दहशत कायम है. लोग अकेले अपने घरों से निकलने में डरते हैं. साथ ही बाहर खेलने पर बच्चों के ऊपर भी खतरा मंडराता रहता है.
वहीं, इस मामले में कॉर्बेट प्रशासन ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व विश्व में वन्यजीवों की सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है. कॉर्बेट की सीमा से लगे गांव में मानव वन्यजीव संघर्षों को रोकने के लिए सुरक्षा दीवार, सोलर फैंसिंग आदि लगाई गई है, जिससे वन्य जीवों की गांवों में आवाजाही को रोका जा सके. यदि फिर भी ग्रामीण जानवरों के हमले से घायल हो जाते हैं तो उसका तुरन्त मुआवजा दिया जाता है.