हल्द्वानी: बीजेपी सरकार द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किए जाने के बाद राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. राज्य आंदोलनकारियों का कहना है कि जिन सपनों के लिए उत्तराखंड बनाया गया था, उसको सरकार पूरा करने में नाकाम साबित हुई है.
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों कहना है कि पहाड़ के लोगों का सपना है कि पहाड़ की राजधानी पहाड़ में हो, लेकिन बीजेपी सरकार ने गैरसेंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाकर उत्तराखंड और राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के साथ खिलवाड़ किया है.
राज्य आंदोलनकारी हरेंद्र क्यूरा का कहना है कि उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए आंदोलनकारियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया, लेकिन गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाकर बीजेपी वहां पिकनिक मनाने का काम करने जा रही हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि उत्तराखंड और राज्य आंदोलनकारियों की जन भावनाओं को देखते हुए गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करे, जिससे कि राज्य आंदोलनकारियों का सपना पूरा हो सके और पहाड़ का विकास हो.
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उन्होंने कहा कि सरकार गैरसैंण को स्थायी राजधानी नहीं घोषित करती है तो राज्य आंदोलनकारी एक और आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. इसके लिए राज्य आंदोलनकारी सड़क से लेकर सदन तक इसकी लड़ाई लड़ेंगे और सरकार को स्थायी राजधानी गैरसैंण में बनाने को मजबूर करेंगे.