नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट ने नैनीताल में आवारा कुत्तों के आतंक और जगह-जगह फटी पड़ी सीवर लाइनों को लेकर अखबरों में छपी खबरों को खुद ही संज्ञान लिया. इस मामले में उत्तराखंड हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश संजय कुमार मिश्रा और न्यायमुर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने जिला प्रशासन को सोमवार तक जवाब पेश करने को कहा है.
सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से कहा गया कि उन्होंने इस सम्बंध में जिला अधिकारी को पत्र भेज दिया है. मामले के अनुसार जगह-जगह कुत्तों के झुंड होने से लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना रहा है. रात में आवारा कुत्तों का झुंड और ज्यादा खूंखार हो जाता है. नैनीताल में तल्लीताल डांठ, कार पार्किंग तल्लीताल, फांसी गधेरा, कलेक्ट्रेट मार्ग, टोल चुंगी, मॉल रोड, मल्लीताल पंतपार्क, चाट बाजार, बड़ा बाजार और कोतवाली के पास अक्सर आवारा कुत्तों का झुंड हमेशा रहता है. ये कुत्ते कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है.
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कोर्ट ने बताया कि पहले भी आवारा कुत्तों के काटने से कई लोग जान जा चुकी है. पूर्व में भी हाईकोर्ट ने आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशाशन व नगर पालिका को कई दिशा निर्देश भी दिए थे, जिस पर कोई खास अमल नही किया गया.
वहीं शहर में जगह-जगह पर सीवर लाइनों के चोक होने के कारण गंदा पानी सड़क पर बह रहा है. इस मामले का भी उत्तराखंड हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग ने इस मामले की शिकायत की थी, लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई. सीवर का गंदा पानी नालों के रास्ते झील में पहुंचकर झील को प्रदूषित कर रहा है. वहीं, गर्मी के मौसम में सड़क में सीवर बहने से संक्रमण का खतरा बन रहा है. नैनीताल के तल्लीताल टैक्सी स्टैंड, चार्टन लॉज , बलरामपुर समेत आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर सीवर का पानी बह रहा है.