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हल्द्वानी में DM कैंप कार्यालय को बेरोजगारों ने घेरा, 70% आरक्षण की उठाई मांग

स्थानीय उद्योगों में स्थानीय लोगों को 70% रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगारों ने डीएम कैंप कार्यालय का घेराव किया. युवाओं का आरोप था कि उनका हक छीना जा रहा है. बाहरी लोगों को फैक्ट्रियों में भर्ती किया जा रहा है.

DM कैंप कार्यालय को बेरोजगारों ने घेरा
DM कैंप कार्यालय को बेरोजगारों ने घेरा
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Published : Sep 15, 2021, 3:29 PM IST

हल्द्वानी: डीएम कैंप कार्यालय में बेरोजगार संगठन ने स्थानीय उद्योगों में स्थानीय लोगों को 70% की रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा स्थानीय उद्योगों में 70% रोजगार का दावा तो किया जाता है. लेकिन फैक्ट्रियों द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते युवा बेरोजगार हो रहे हैं.

डीएम कैंप कार्यालय में बेरोजगारों ने धरना प्रदर्शन करते हुए कहा कि स्थानीय उद्योगों में स्थानीय युवाओं अनदेखी की जा रही है. बाहरी लोगों को फैक्ट्रियों में भर्ती कर अधिकारों का हक छीनने का काम किया जा रहा है. स्थानीय युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है. लेकिन उनको नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं.

पढ़ें: अल्मोड़ा में नशेड़ी ने पत्नी को पीट-पीटकर मार डाला, फिर पेट्रोल डालकर लगा दी आग

यहां के युवा बाहरी प्रदेशों में जाकर नौकरी करने को मजबूर हैं. लेकिन जिला प्रशासन ने इन उद्योगों पर नकेल कसने के बजाय खुली छूट दे रखी है, जिसके चलते स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. युवाओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जब तक स्थानीय उद्योगों में 70% युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

हल्द्वानी: डीएम कैंप कार्यालय में बेरोजगार संगठन ने स्थानीय उद्योगों में स्थानीय लोगों को 70% की रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा स्थानीय उद्योगों में 70% रोजगार का दावा तो किया जाता है. लेकिन फैक्ट्रियों द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते युवा बेरोजगार हो रहे हैं.

डीएम कैंप कार्यालय में बेरोजगारों ने धरना प्रदर्शन करते हुए कहा कि स्थानीय उद्योगों में स्थानीय युवाओं अनदेखी की जा रही है. बाहरी लोगों को फैक्ट्रियों में भर्ती कर अधिकारों का हक छीनने का काम किया जा रहा है. स्थानीय युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है. लेकिन उनको नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं.

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यहां के युवा बाहरी प्रदेशों में जाकर नौकरी करने को मजबूर हैं. लेकिन जिला प्रशासन ने इन उद्योगों पर नकेल कसने के बजाय खुली छूट दे रखी है, जिसके चलते स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. युवाओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जब तक स्थानीय उद्योगों में 70% युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

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