हल्द्वानी: मॉनसून सत्र के लिए प्रदेश की नदियों से खनन कार्य बंद कर दिया जाता है. वहीं, एक अक्टूबर से खनन कार्य शुरू होना था, लेकिन खनन कार्य में देरी हो रही है. खनन कार्य में लगे वाहनों को परिवहन विभाग ने अब रिलीज करना शुरू कर दिया है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द नदियों में खनन का कार्य शुरू हो जाएगा. खनन कार्य में लगे वाहनों को परिवहन विभाग द्वारा रिलीज की कार्रवाई शुरू कर दी है. अभी तक 2 हजार से अधिक वाहनों को परिवहन निगम रिलीज कर चुका है. खनन कार्य में लगे सभी वाहनों में स्पीड गवर्नर अनिवार्य कर दिया है. जिससे कि स्पीड पर लगाम लगाकर सड़क हादसे को रोका जा सके.
एआरटीओ संदीप वर्मा ने बताया कि गौला नदी, नंधौर नदी और दाबका नदी में खनन कार्य में करीब 12 हजार वाहन पंजीकृत हैं. मॉनसून सत्र में खनन कार्य बंद हो जाने के बाद सभी वाहनों को वाहन स्वामी द्वारा सरेंडर कर दिया जाता है. नदियों में खनन प्रारंभ होने जा रहा है. ऐसे में परिवहन निगम ने इन वाहनों के रिलीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी हैं. जिसके लिए विभाग ने अतिरिक्त काउंटर बनाए हैं. साथ ही सभी वाहनों को निर्देशित किया गया है कि बिना स्पीड गवर्नर के वाहनों को रिलीज नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी तक करीब 23 सौ वाहनों को रिलीज करने की कार्रवाई की जा चुकी है.
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उन्होंने बताया कि खनन कार्य में लगे सभी वाहनों को परिवहन निगम के मानकों को पूरा करना अनिवार्य है. खनन कार्य में लगे वाहन अपनी स्पीड को कंट्रोल में रखें. इसके लिए सभी के लिए स्पीड गवर्नर अनिवार्य कर दिया गया है. जिससे कि किसी तरह के सड़क दुर्घटना न हो.