रामनगर: मीट टेंडर प्रक्रिया में धांधली के विरोध में कारोबारियों ने रामनगर नगरपालिका के कार्यालय में प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि नगरपालिका ने मीट के टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं अपना रहे हैं और अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर प्रक्रिया में बदलाव कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीते दिवस शाम पालिका ने मीट के टेंडर को 45 आवेदन विक्रय किए थे, टेंडर प्रक्रिया के लिए प्रत्येक आवेदनकर्ता से 15 हजार की धनराशि बतौर सिक्योरिटी जमा कराने की कार्रवाई की गई थी. लेकिन टेंडर प्रक्रिया के दौरान टेंडर बॉक्स में चंद लोगों के ही आवेदनों को डालकर टेंडर प्रक्रिया की खानापूर्ति नगर पालिका द्वारा की गई.
पढ़ें: डोईवाला के अस्पताल ने जिंदा मरीज को बताया मृत, अंतिम संस्कार के लिए नहलाते समय सांसें चलती मिलीं
करीब 1 दर्जन से अधिक लोगों ने पालिका की मीट टेंडर प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए पालिका कार्यालय में जमकर प्रदर्शन किया. मामला बिगड़ता देख नगरपालिका प्रशासन ने मौके पर पुलिस बल को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ा मीट के प्रदर्शनकारियों को शांत कराया.
उन्होंने नगरपालिका प्रशासन पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर प्रक्रिया में धांधली करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहां कि उनके द्वारा जमा की गई धनराशि वापस नहीं करने का दावा किया गया है. उन्होंने टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग करते हुए टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की मांग की है. प्रदर्शनकारी मीट कारोबारियों ने उच्च न्यायालय में जाने का ऐलान किया है.