ETV Bharat / state

एचआईवी से संक्रमित मरीजों की बढ़ रही सख्या, सामने आए चौंकाने वाले खुलासे

नैनीताल जिले में लगातार टीबी के मरीजों के साथ-साथ एचआईवी संक्रमित मरीजों में इजाफा देखने को मिल रहा है. जो चिंता का विषय बन गया है.

author img

By

Published : Feb 14, 2020, 1:48 PM IST

Nainital district
टीबी के मरीजों के साथ-साथ एचआईवी के मरीज भी आ रहे हैं सामने

हल्द्वानी: प्रधानमंत्री 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन लगातार टीबी के मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है यही नहीं अब कई टीबी के मरीजों में एचआईवी के लक्षण भी पाए जा रहे हैं, जो चिंता का विषय बन रहा है.

नैनीताल जनपद में साल 2018 में 3206 टीबी के मरीज सामने आए थे. जिसमें टीबी के मरीज के साथ साथ 7 एचआईवी संक्रमित मरीज भी पाए गए थे, तो वहीं साल 2019 में 4,417 टीबी के नए मरीज सामने आए, जिसमें 13 मरीज एचआईवी संक्रमित पाए गए. तो वहीं, इस साल जनवरी माह में 294 टीबी के मरीज सामने आए हैं. जिसमें 7 एचआईवी संक्रमित रोगी भी पाए गए हैं. जिनको ART सेंटर के लिए भेजा गया है.

एचआईवी के मरीज भी आ रहे हैं सामने.

ये भी पढ़ें: चमोली जेल में कैदियों से मारपीट पर हाईकोर्ट सख्त, सरकार को जांच के आदेश

जिला क्षय रोग अधिकारी आरके जोशी के मुताबिक, टीबी के मरीजों की संख्या में बढ़ने का मुख्य कारण लोगों द्वारा इस बीमारी को छुपाए जाना और निजी अस्पतालों द्वारा इसका डाटा नहीं दिया जाना मुख्य वजह था. ऐसे में अब निजी अस्पतालों से डाटा सामने आने के बाद टीबी के मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रही है. प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए विभाग द्वारा जन जागरुकता अभियान के साथ-साथ टीबी रोगियों को भरण-पोषण भत्ता के लिए डीबीडी के माध्यम से रोगियों को ₹500 महीना दिया जा रहा है. जिसकी टीबी के बीमारी पर अंकुश लगाया जा सके.

हल्द्वानी: प्रधानमंत्री 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन लगातार टीबी के मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है यही नहीं अब कई टीबी के मरीजों में एचआईवी के लक्षण भी पाए जा रहे हैं, जो चिंता का विषय बन रहा है.

नैनीताल जनपद में साल 2018 में 3206 टीबी के मरीज सामने आए थे. जिसमें टीबी के मरीज के साथ साथ 7 एचआईवी संक्रमित मरीज भी पाए गए थे, तो वहीं साल 2019 में 4,417 टीबी के नए मरीज सामने आए, जिसमें 13 मरीज एचआईवी संक्रमित पाए गए. तो वहीं, इस साल जनवरी माह में 294 टीबी के मरीज सामने आए हैं. जिसमें 7 एचआईवी संक्रमित रोगी भी पाए गए हैं. जिनको ART सेंटर के लिए भेजा गया है.

एचआईवी के मरीज भी आ रहे हैं सामने.

ये भी पढ़ें: चमोली जेल में कैदियों से मारपीट पर हाईकोर्ट सख्त, सरकार को जांच के आदेश

जिला क्षय रोग अधिकारी आरके जोशी के मुताबिक, टीबी के मरीजों की संख्या में बढ़ने का मुख्य कारण लोगों द्वारा इस बीमारी को छुपाए जाना और निजी अस्पतालों द्वारा इसका डाटा नहीं दिया जाना मुख्य वजह था. ऐसे में अब निजी अस्पतालों से डाटा सामने आने के बाद टीबी के मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रही है. प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए विभाग द्वारा जन जागरुकता अभियान के साथ-साथ टीबी रोगियों को भरण-पोषण भत्ता के लिए डीबीडी के माध्यम से रोगियों को ₹500 महीना दिया जा रहा है. जिसकी टीबी के बीमारी पर अंकुश लगाया जा सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.