हल्द्वानी/ खटीमा: कोरोना वायरस का असर भारत-नेपाल बॉर्डर पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. जहां चंपावत जनपद से नेपाल को सड़क मार्ग से जोड़ने वाले बनबसा इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सन्नाटा पसरा हुआ है. फिलहाल, नेपाल द्वारा भारत से आने वाले सभी वाहनों पर रोक लगा दी गई है. वहीं कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए.
बता दें कि जानलेवा कोरोना वायरस से इस समय पूरी दुनिया के साथ भारत भी प्रभावित हो चुका है. जिसको देखते हुए चंपावत जिले से नेपाल को सड़क मार्ग से जोड़ने वाले बनबसा इंडो- नेपाल बॉर्डर पर सन्नाटा पसरा हुआ है. जहां नेपाल द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण रोकथाम के लिए भारत से नेपाल आने वाले वाहनों को बनबसा बॉर्डर पर रोक दिया है. जबकि, नेपाल की तरफ से भारत आने वाले वाहनों का आवाजाही बदस्तूर जारी है.
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बनबसा थानाध्यक्ष जसवीर सिंह ने बताया कि प्रशासन कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर पुलिस बनबसा बॉर्डर पर पूरी तरह मुस्तैद है. भारत-नेपाल मैत्री बसों को जहां प्रशासन द्वारा पहले ही बंद कर दिया है. वहीं इंडो-नेपाल बॉर्डर पर वाहनों की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है.
वहीं कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने बताया कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए कुमाऊ मंडल के जिले के सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड और क्वांटम वार्ड बनाए हैं.
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उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से जुड़ी पल-पल की अपडेट शासन को भेजी जा रही है. साथ भी विदेशी पर्यटक या विदेश से उत्तराखंड आने वाले लोगों की जांच प्रभावी तरीके से करने के निर्देश दिए गए हैं. कुमाऊं कमिश्नर ने बताया कि बाहर से आने वाले पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. कुमाऊ रेंज के सभी छह जिलों के जिलाधिकारियों को कोरोना वायरस को लेकर 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.