हल्द्वानीः सूबे में हुए छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने करीब 20 लाख रुपये के घोटले का पर्दाफाश किया है. जनपद नैनीताल में 28 एसटी/एसी छात्रों के नाम पर स्कॉलरशिप निकाली गई. वहीं, इस पूरे मामले का खुलासा एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने किया है.
वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल सुनील कुमार मीणा ने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले में पुलिस टीम ने जांच में 150 सरकारी, प्राइवेट स्कूलों व उच्च शिक्षा के करीब 18000 छात्रों का वेरिफिकेशन किया. जबकि, बाहरी प्रदेशों के उन 62 शिक्षण संस्थाओं की भी जांच के दायरे में लिया गया है. जिनको समाज कल्याण विभाग नैनीताल से छात्रवृत्ति वितरित की गई थी.
एसआईटी जांच में पता चला कि जिन लाभार्थियों के नाम लिस्ट में मिले है. वे लाभार्थी मोनाड यूनिवर्सिटी तक गए ही नहीं है और न ही उनको छात्रवृत्ति मिली है. बल्कि, कुछ फर्जी छात्रों ने यूनिवर्सिटी में डिग्री और छात्रवृत्ति मिलने के झूठे आश्वासन पर दस्तावेज लिए थे.
वहीं, यूनिवर्सिटी के बिचौलियों ने जिला नैनीताल के कई छात्रों को भी चिन्हित कर अपने यहां स्टूडेंट बताकर छात्रवृत्ति का आवेदन किया और 28 छात्रों की स्कॉलरशिप 20 लाख 68,900 रुपए हड़प लिए गए.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने बताया कि यूनिवर्सिटी के खिलाफ भीमताल थाने में उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.अन्य शिक्षण संस्थाओं की जांच शुरू कर दी गई है. इस मामले की जांच प्रदेश के 11 जिलों में चल रही है.