हल्द्वानी: कुमांऊ की शांत वादियों में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. नैनीताल जनपद में ही राज्य गठन के बाद से 539 अज्ञात शवों को पुलिस बरामद कर चुकी है. बीते 19 सालों में पुलिस मात्र 99 शवों की ही शिनाख्त कर पाई है. ऐसे में 440 अज्ञात लाशों की फाइल इनके शवों के साथ ही दफन हो गई है.
बता दें कि हेमंत गोनिया ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत नैनीताल पुलिस से उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से नैनीताल जिले में मिले अज्ञात शवों और उनकी शिनाख्त को लेकर जानकारी मांगी थी. मामले में आरटीआई से चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जिसमें राज्य बनने के बाद से नैनीताल जनपद में 539 अज्ञात शव मिले हैं. जिनमें से केवल 99 शवों की ही शिनाख्त हो सकी है.
वहीं इस पूरे मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने बताया कि कई अज्ञात शव ऐसे हैं जिनकी सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई है. लेकिन उनके परिजन कभी शवों को लेने ही नहीं आए. यही नहीं नैनीताल जिला जंगल का क्षेत्र है.
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ऐसे में बाहरी क्षेत्रों से शवों को लाकर यहां ठिकाने लगा दिया जाता है. जो पुलिस के लिए सबसे चुनौती भरा होता है. फिर भी इन अज्ञात शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस समय-समय पर नेशनल मीडिया और नेशनल अखबार के माध्यम से उनके फोटो और डिटेल प्रसारित करती है, ताकि इन शवों की शिनाख्त हो सके.