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19 सालों में नैनीताल जिले में पुलिस को मिले 539 लावारिश शव, सिर्फ 99 की हुई शिनाख्त

सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से नैनीताल जिले में पुलिस को 539 अज्ञात शव मिले हैं. जिनमें से केवल 99 शवों की ही शिनाख्त हो सकी है. जिसके चलते कुमांऊ में बढ़ते अपराध पर सवाल उठने लगे हैं.

19 सालों में नैनीताल जिले में पुलिस को मिले 539 अज्ञात शव 99 की हो सकी शिनाख्त.
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Published : Sep 11, 2019, 10:23 PM IST

हल्द्वानी: कुमांऊ की शांत वादियों में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. नैनीताल जनपद में ही राज्य गठन के बाद से 539 अज्ञात शवों को पुलिस बरामद कर चुकी है. बीते 19 सालों में पुलिस मात्र 99 शवों की ही शिनाख्त कर पाई है. ऐसे में 440 अज्ञात लाशों की फाइल इनके शवों के साथ ही दफन हो गई है.

बता दें कि हेमंत गोनिया ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत नैनीताल पुलिस से उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से नैनीताल जिले में मिले अज्ञात शवों और उनकी शिनाख्त को लेकर जानकारी मांगी थी. मामले में आरटीआई से चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जिसमें राज्य बनने के बाद से नैनीताल जनपद में 539 अज्ञात शव मिले हैं. जिनमें से केवल 99 शवों की ही शिनाख्त हो सकी है.

19 सालों में नैनीताल जिले में पुलिस को मिले 539 अज्ञात शव 99 की हो सकी शिनाख्त.

वहीं इस पूरे मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने बताया कि कई अज्ञात शव ऐसे हैं जिनकी सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई है. लेकिन उनके परिजन कभी शवों को लेने ही नहीं आए. यही नहीं नैनीताल जिला जंगल का क्षेत्र है.

ये भी पढ़े: शोभायात्रा के साथ गणेश महोत्सव का हुआ समापन, नम आंखों से दी बप्पा को विदाई

ऐसे में बाहरी क्षेत्रों से शवों को लाकर यहां ठिकाने लगा दिया जाता है. जो पुलिस के लिए सबसे चुनौती भरा होता है. फिर भी इन अज्ञात शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस समय-समय पर नेशनल मीडिया और नेशनल अखबार के माध्यम से उनके फोटो और डिटेल प्रसारित करती है, ताकि इन शवों की शिनाख्त हो सके.

हल्द्वानी: कुमांऊ की शांत वादियों में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. नैनीताल जनपद में ही राज्य गठन के बाद से 539 अज्ञात शवों को पुलिस बरामद कर चुकी है. बीते 19 सालों में पुलिस मात्र 99 शवों की ही शिनाख्त कर पाई है. ऐसे में 440 अज्ञात लाशों की फाइल इनके शवों के साथ ही दफन हो गई है.

बता दें कि हेमंत गोनिया ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत नैनीताल पुलिस से उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से नैनीताल जिले में मिले अज्ञात शवों और उनकी शिनाख्त को लेकर जानकारी मांगी थी. मामले में आरटीआई से चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जिसमें राज्य बनने के बाद से नैनीताल जनपद में 539 अज्ञात शव मिले हैं. जिनमें से केवल 99 शवों की ही शिनाख्त हो सकी है.

19 सालों में नैनीताल जिले में पुलिस को मिले 539 अज्ञात शव 99 की हो सकी शिनाख्त.

वहीं इस पूरे मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने बताया कि कई अज्ञात शव ऐसे हैं जिनकी सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई है. लेकिन उनके परिजन कभी शवों को लेने ही नहीं आए. यही नहीं नैनीताल जिला जंगल का क्षेत्र है.

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ऐसे में बाहरी क्षेत्रों से शवों को लाकर यहां ठिकाने लगा दिया जाता है. जो पुलिस के लिए सबसे चुनौती भरा होता है. फिर भी इन अज्ञात शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस समय-समय पर नेशनल मीडिया और नेशनल अखबार के माध्यम से उनके फोटो और डिटेल प्रसारित करती है, ताकि इन शवों की शिनाख्त हो सके.

Intro:sammry- गुमनाम लाशों की अपनों की तलाश 440 लावारिस लाशें पुलिस के लिए बनी पहेली ( विजुअल मेल से उठाएं)

एंकर-कुमाऊ के शांत वादियों में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। बात नैनीताल जनपद की करे तो राज्य गठन के बाद से नैनीताल जनपद में 539 अज्ञात ला से पुलिस ने बरामद की है। लेकिन इन 19 सालों में पुलिस ने मात्र 99 सबको ही शिनाख्त कर सकी है। ऐसे में 440 अज्ञात लाशो की फाइल इन शवो के साथ ही दफन हो गया लेकिन इनके अपने नहीं मिल पाए।


Body:आरटीआई से चौंकाने वाला मामला सामने आया है आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत नैनीताल पुलिस से सूचना मांगी थी कि राज्य बनने से नैनीताल जिले में कितने अज्ञात शव मिले और कितने शवो की शिनाख्त हो पाई जिसके बाद पुलिस ने चौंकाने वाले आंकड़े जारी किए हैं। बताया गया है कि राज्य बनने के बाद नैनीताल जनपद में 539 अज्ञात शव मिले लेकिन सिर्फ 99 शवो की ही शिनाख्त हो सकी है। नैनीताल जनपद के 14 थानों में

हल्द्वानी थाने में 207 शवों की बरामद हुए जिसमें 15 की शिनाख्त हो पाई जबकि 192 अभी भी बाकी है।

जबकि रामनगर थाना दूसरे नंबर पर है जहां
132 शव , 22 की शिनाख्त 110 शव की शिनाख्त नहीं

कालाढूंगी थाना 19 बरामद 16 शिनाख्त के तीन नहीं
मल्लीताल थाना 9 बरामद 3 शिनाख्त 6 नहीं
काठगोदाम थाना 66 बरामद 15 शिनाख्त 51 नहीं
मुखानी थाना 6 बरामद कोई शिनाख्त नहीं
भवाली थाना 17 बरामद कोई शिनाख्त नहीं
चोरगलिया थाना 11 बरामद 3 शिनाख्त 8नहीं
बनफूल पुरा थाना तीन बरामद कोई साथ नहीं
लाल कुआं थाना 22 बरामद 8 की शिनाख्त 14 नहीं
मुक्तेश्वर थाना दो बरामद कोई शिनाख्त नहीं
भीमताल थाना 9 बरामद तीन शिनाख्त 6 नहीं
बेतालघाट थाना सात बरामद तीन शिनाख्त चार नहीं


Conclusion:वह इस पूरे मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा का कहना है कि कई अज्ञात लाश से ऐसी है जो अज्ञात आदमी सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के लिए आया और दम तोड़ दिया। यही नहीं नैनीताल जिला जंगल का क्षेत्र हैं और यूपी से लगे हुए इलाके होने के चलते हैं बाहर से शवो को लाकर यहां ठिकाने लगा दिया जाता है। जो पुलिस के लिए सबसे चुनौती साबित होती है। फिर भी इन अज्ञात शवों के लिए पुलिस समय-समय पर नेशनल मीडिया और नेशनल अखबार के माध्यम से उनको फोटो और डिटेल को प्रसारित करती है जिससे कि इन शवों की शिनाख्त हो सके।

बाइट सुनील कुमार मीणा एसएसपी नैनीताल
इस खबर में अज्ञात शव का विजुअल में से उठाएं
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