हल्द्वानी: प्रदेश में जंगल धू-धू कर जल रहे हैं, जिससे वातावरण में धुंध छाने लगी है. वहीं कुमाऊं मंडल की पहाड़ियों पर लगी आग वन संपदा के साथ-साथ वन्यजीवों के लिए मुसीबत बन रही है. अब पहाड़ों पर लगी आग का धुआं पहाड़ों के साथ-साथ हल्द्वानी के क्षेत्रों तक पहुंच शहर के पर्यावरण को दूषित कर रहा है. ऐसे में जंगलों में लगी आग का धुआं लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहा है. अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जंगलों से निकलने वाले धुएं और धुंध की निगरानी करने जा रहा है. जिससे कि एयर क्वालिटी इंडेक्स का पता चल सके. फिलहाल वर्तमान समय में हल्द्वानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 90 से 120 है जो सामान्य बना हुआ है.
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पहाड़ों में फैली आग जहां पहाड़ के लिए जी का जंजाल बनी हुई है. वहीं पहाड़ों से निकलने वाली आग की लपटों का धुआं और राख तराई क्षेत्रों तक पहुंच रही है. पहाड़ों से निकलने वाली आग का धुआं और राख हल्द्वानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में फैल रही है. जिसके चलते यहां की आबोहवा खराब हो रहा है. धुंध के चलते ऐसा लग रहा है मानो कोहरा छाया हुआ है. इसके अलावा धुएं के चलते लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी है. ऐसे में अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अब हवा की निगरानी करने जा रहा है, जिससे समय रहते ही खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स का पता चल सके.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके चतुर्वेदी ने बताया कि पिछले महीने की बात करें तो जहां शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 117 AQI है. उन्होंने बताया कि 0 से 50 एयर क्वालिटी इंडेक्स तक बेहतर हवा, 101 से 200 तक मध्यम श्रेणी जबकि 301 से 400 तक बहुत खराब व 401 से ऊपर खतरनाक माना जाता है. फिलहाल हल्द्वानी और उसके आसपास का वातावरण नियंत्रण में है और वर्तमान में की हवा की क्वालिटी 117 AQI है.