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मल्लीताल कोतवाली बैरक में सिपाही ने निगला जहर, 'मित्र पुलिस' से था परेशान

पीड़ित सिपाही का नाम लक्ष्मण राणा है, जो इन दिनों रुद्रपुर के किच्छा में तैनात है

अस्पताल में भर्ती सिपाही.
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Published : Apr 15, 2019, 11:19 PM IST

Updated : Apr 15, 2019, 11:45 PM IST

नैनीताल: आम जनता को न्याय दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहने वाली उत्तराखंड की मित्र पुलिस अपने विभागीय कर्मचारियों को इंसाफ दिला पाने में नाकाम साबित हो रही है. यही कारण है कि सिस्टम से परेशान होकर मल्लीताल कोतवाली पुलिस बैरक में एक सिपाही ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. साथी पुलिसकर्मियों ने पीड़ित सिपाही को बीडी पांडे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है.

अस्पताल में भर्ती सिपाही.

पढ़ें- कुंडेश्वरी पुलिस चौकी मामला: पुलिस ने मंत्री अरविंद पांडेय के करीबी दीपक समेत 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार

जानकारी के मुताबिक पीड़ित सिपाही का नाम लक्ष्मण राणा है, जो इन दिनों रुद्रपुर के किच्छा में तैनात है. लक्ष्मण ने अपनी बोलेरो गाड़ी के चोरी होने की रिपोर्ट मल्लीताल कोतवाली में दर्ज कराई थी, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने से परेशान लक्ष्मण ने सोमवार को पुलिस बैरक में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. लेकिन इसी दौरान साथी पुलिसकर्मी की नजर उस पर पड़ गई और उन्होंने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया.

क्या है मामला
लक्ष्मण ने 2015 में अपने दोस्त से बोलेरो गाड़ी खरीदी थी. जिसको लेकर उसका अपने दोस्त से विवाद चल रहा था. गाड़ी 3 साल तक लक्ष्मण के पास ही थी, लेकिन लक्ष्मण ने गाड़ी को अपने नाम नहीं करवाया था. इस बीच लक्ष्मण का दोस्त एक दिन उस गाड़ी को ले गया. लक्ष्मण ने अपने दोस्त के खिलाफ गाड़ी चोरी की एफआईआर मल्लीताल कोतवाली में दर्ज कराई थी.

पढ़ें- पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के बयान पर अजय भट्ट बोले- कांग्रेसी नेताओं का बिगड़ गया है संतुलन

जिसके बाद पुलिस ने हल्द्वानी के टीपी नगर से उसके दोस्त के पास से गाड़ी को बरामद कर लिया. लेकिन इस दौरान उसके दोस्त ने पुलिस को बताया कि उसने कोई गाड़ी नहीं चुराई है और गाड़ी के कागज उसी के नाम हैं. इस मामले में लक्ष्मण ने उच्च अधिकारियों को भी पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ मुकदाम दर्ज कर गाड़ी वापस दिलाने की मांगी की थी.
लेकिन मामले में कोई कार्रवाई न होता देख सोमवार को लक्ष्मण में पुलिस बैरेक में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. जिसकी फोटो उसने अपने उच्च अधिकारियों को भी भेजी है. बताया जा रहा है कि इससे पहले ही लक्ष्मण दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चुका है. इस मामले में डीआईजी कुमाऊं अजय जोशी ने बताया कि सिपाही का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस मामले में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.

नैनीताल: आम जनता को न्याय दिलाने के लिए हमेशा तत्पर रहने वाली उत्तराखंड की मित्र पुलिस अपने विभागीय कर्मचारियों को इंसाफ दिला पाने में नाकाम साबित हो रही है. यही कारण है कि सिस्टम से परेशान होकर मल्लीताल कोतवाली पुलिस बैरक में एक सिपाही ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. साथी पुलिसकर्मियों ने पीड़ित सिपाही को बीडी पांडे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है.

अस्पताल में भर्ती सिपाही.

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जानकारी के मुताबिक पीड़ित सिपाही का नाम लक्ष्मण राणा है, जो इन दिनों रुद्रपुर के किच्छा में तैनात है. लक्ष्मण ने अपनी बोलेरो गाड़ी के चोरी होने की रिपोर्ट मल्लीताल कोतवाली में दर्ज कराई थी, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने से परेशान लक्ष्मण ने सोमवार को पुलिस बैरक में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. लेकिन इसी दौरान साथी पुलिसकर्मी की नजर उस पर पड़ गई और उन्होंने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया.

क्या है मामला
लक्ष्मण ने 2015 में अपने दोस्त से बोलेरो गाड़ी खरीदी थी. जिसको लेकर उसका अपने दोस्त से विवाद चल रहा था. गाड़ी 3 साल तक लक्ष्मण के पास ही थी, लेकिन लक्ष्मण ने गाड़ी को अपने नाम नहीं करवाया था. इस बीच लक्ष्मण का दोस्त एक दिन उस गाड़ी को ले गया. लक्ष्मण ने अपने दोस्त के खिलाफ गाड़ी चोरी की एफआईआर मल्लीताल कोतवाली में दर्ज कराई थी.

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जिसके बाद पुलिस ने हल्द्वानी के टीपी नगर से उसके दोस्त के पास से गाड़ी को बरामद कर लिया. लेकिन इस दौरान उसके दोस्त ने पुलिस को बताया कि उसने कोई गाड़ी नहीं चुराई है और गाड़ी के कागज उसी के नाम हैं. इस मामले में लक्ष्मण ने उच्च अधिकारियों को भी पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ मुकदाम दर्ज कर गाड़ी वापस दिलाने की मांगी की थी.
लेकिन मामले में कोई कार्रवाई न होता देख सोमवार को लक्ष्मण में पुलिस बैरेक में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. जिसकी फोटो उसने अपने उच्च अधिकारियों को भी भेजी है. बताया जा रहा है कि इससे पहले ही लक्ष्मण दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चुका है. इस मामले में डीआईजी कुमाऊं अजय जोशी ने बताया कि सिपाही का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस मामले में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.

Intro:जहर खाने कि फोटो whatsapp मे सेंड कि है plz उठा ले

स्लग-आत्म हत्या का प्रयास

रिपोर्ट-गौरव जोशी

स्थान-नैनीताल

एंकर-नैनीताल मे पुलिस के सिपाही ने अपने ही विभाग से न्याय नही मिलने से खफा होकर आत्म हत्या का प्रयास करा,सिपाही ने पुलिस बेरेक मे ही जहरीला प्रदार्थ खा करा अपनी जीवन लीला समाप्त करने कि कोशिस कि,गनीमत रही कि सिपाही को जहरीला पदार्थ खाते हुए दुसरे सिपाही ने देख लिया,जिसके बाद आनन फान्न ने पुलिस वाले सिपाही को बी डी पान्डे अस्पताल लाये जहा सिपाही का उपचार चल रहा है,


Body:आपको बता दे कि सिपाही लक्ष्मण राणा के 2015मे अपने दोस्त से बोलेरो गाडी खरीदी थी ओर जिसके लेकर उसका अपने दोस्त से विवाद चल रहा था, गाडी 3 साल तक गाडी लक्ष्मण के पास थी, लेकिन लक्ष्मण ने गाडी कभी अपने नाम नही करवाई और इसी दौरान लक्ष्मण का दोस्त उस गाडी को ले गया, जिसके बाद लक्ष्मण ने गाडी चोरी होने कि FIR नैनीताल के मल्लीताल कोतवाली मे दर्ज करवायी थी,
जिसके बाद पुलिस ने गाडी को हल्द्वानी के टी पी नगर से उसके दोस्त के पास से बरामद करा ओर उसके दोस्त ने पुलिस को बताया कि ये गाडी उसकी है उसने कोई चोरी नही करी,जिसके बाद लक्ष्मण ने अपने उच्च अधिकारियो को पत्र लिख कर मामले कि मामले मे मुकदमा दर्ज करने ओर अपनी गाडी वापस दिलाने कि मांग कि,,,



Conclusion:लेकिन मामले मे कोई कार्यवाही नही होती देख लक्ष्मण ने जहरीला प्रदार्थ खा लिया,ओर जहरीला प्रदार्थ खाने कि फोटो उसने मिडिया ओर अपने उच्च अधिकारी को भी भेज दी,जिसके बाद पुलिस प्रशासन मे हडकंप मच गया,
इससे पहले भी लक्ष्मण ने विभाग से नाराज हो कर दो बार जहर खाकर आत्म हत्या कि कोशिस कि लेकिन दोनो बार लक्ष्मण कि जान बच गई,और अब लक्ष्मण ने तीसरी बार जान देने कि कोसिस कि है,,
वही अब पुलिस अधिकारी मामले को गम्भीरता से लेकर कार्यवाही कि बात कर रहे है,

बाईट-अजय जोशी,डी आई जी,कुमाऊँ
Last Updated : Apr 15, 2019, 11:45 PM IST
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