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राजधानी दिल्ली के यमुना सिटी पार्क में दिखेगी देवभूमि की हरियाली - Haldwani Forest Research Center

हल्द्वानी वन अनुसंधान केंद्र की नर्सरी में तैयार किये गए पौधे राजधानी दिल्ली वासियों को साफ हवा मुहैया करवा रहे हैं. बीते आठ सालों से केंद्र की नर्सरी में तैयार दो लाख से ज्यादा पौधे दिल्ली में रोपे जा चुके हैं.

Greenery of Devbhoomi
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Published : Sep 18, 2021, 10:43 AM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं के हल्द्वानी वन अनुसंधान केंद्र की नर्सरी में तैयार किये गए पौधे राजधानी दिल्ली वासियों को साफ हवा मुहैया करवा रहे हैं. बीते आठ सालों से केंद्र की नर्सरी में तैयार दो लाख से ज्यादा पौधे दिल्ली में रोपे जा चुके हैं. वहीं, बीते दिन करीब 4000 पौधों को राजधानी दिल्ली भेजा गया है.

वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के द्वारा दिल्ली के कई क्षेत्रों में जैव विविधता पार्क स्थापित किए जा रहे हैं. जिसमें विगत 8 वर्षों से हल्द्वानी एवं लाल कुआं की नर्सरी में तैयार किए गए लगभग दो लाख से अधिक पौधे दिल्ली में रोपे जा चुके हैं.

यमुना सिटी पार्क में दिखेगी देवभूमि की हरियाली.

पढ़ें: नौकरी से हटाए गए स्वास्थ्य कर्मियों ने पेयजल मंत्री का किया घेराव

हाल ही में 4000 पौधे लालकुआं से दिल्ली भेजे गए हैं. इन पौधों को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर एके सिंह की देखरेख में लगाया जा रहा है. बिष्ट ने बताया कि दिल्ली के यमुना बायो सिटी पार्क में विगत कई वर्षों से पौधे लगाए जा रहे हैं. जैव विविधता के लिए उत्तराखंड देश दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है. ऐसे में यहां के चौड़ी पत्ते वाले पौधे प्रदूषण सोखने और ऑक्सीजन रिलीज करने में काफी मददगार हैं.

वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट बताया कि जो पौध दिल्ली भेजी जा रही हैं. उनमें हल्दु, आंवला, बेल, कुदाल, बहेड़ा, हरण, संजू , हमाल, तारु आदि सम्मिलित हैं.

हल्द्वानी: कुमाऊं के हल्द्वानी वन अनुसंधान केंद्र की नर्सरी में तैयार किये गए पौधे राजधानी दिल्ली वासियों को साफ हवा मुहैया करवा रहे हैं. बीते आठ सालों से केंद्र की नर्सरी में तैयार दो लाख से ज्यादा पौधे दिल्ली में रोपे जा चुके हैं. वहीं, बीते दिन करीब 4000 पौधों को राजधानी दिल्ली भेजा गया है.

वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के द्वारा दिल्ली के कई क्षेत्रों में जैव विविधता पार्क स्थापित किए जा रहे हैं. जिसमें विगत 8 वर्षों से हल्द्वानी एवं लाल कुआं की नर्सरी में तैयार किए गए लगभग दो लाख से अधिक पौधे दिल्ली में रोपे जा चुके हैं.

यमुना सिटी पार्क में दिखेगी देवभूमि की हरियाली.

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हाल ही में 4000 पौधे लालकुआं से दिल्ली भेजे गए हैं. इन पौधों को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर एके सिंह की देखरेख में लगाया जा रहा है. बिष्ट ने बताया कि दिल्ली के यमुना बायो सिटी पार्क में विगत कई वर्षों से पौधे लगाए जा रहे हैं. जैव विविधता के लिए उत्तराखंड देश दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है. ऐसे में यहां के चौड़ी पत्ते वाले पौधे प्रदूषण सोखने और ऑक्सीजन रिलीज करने में काफी मददगार हैं.

वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट बताया कि जो पौध दिल्ली भेजी जा रही हैं. उनमें हल्दु, आंवला, बेल, कुदाल, बहेड़ा, हरण, संजू , हमाल, तारु आदि सम्मिलित हैं.

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