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पायलट बाबा को अस्पताल से मिली छुट्टी, भेजे गए जेल, बाबा बोले-अभी भी है दिक्कत

85 साल के पायलट बाबा की तरफ से गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने नैनीताल हाई कोर्ट की शरण ली थी. जिसके बाद कोर्ट ने पायलट बाबा को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण करने को कहा. पायलट बाबा ने नैनीताल सीजेएम कोर्ट में 4 अप्रैल को आत्म समर्पण किया जिसके बाद से बाबा पुलिस हिरासत में हैं.

पायलट बाबा को अस्पताल से मिली छुट्टी.
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Published : Apr 10, 2019, 8:40 PM IST

Updated : Apr 10, 2019, 10:33 PM IST

नैनीताल: 4 अप्रैल को पायलट बाबा को जेल ले जाते समय अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद जेल प्रशासन ने बाबा को पहले नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से बाबा को डॉक्टरों ने हल्द्वानी के हायर सेंटर रेफर कर दिया था. आज उन्हें वापस जेल लाया गया है. बाबा का कहना है कि उनको अभी भी दिक्कतें हो रही हैं.

पायलट बाबा को अस्पताल से मिली छुट्टी.

बता दें कि 25 नवंबर 2008 को हल्द्वानी निवासी हरीश पाल द्वारा आईकावा इंटरनेशनल एजुकेशन के खिलाफ धारा 420 ,506 के मामले में नैनीताल के तल्लीताल थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी. हरीश पाल ने शिकायत में कहा था कि आईकावा के संस्थापक, संचालक और चेयरमैन हिमांशु राय और पायलट बाबा समेत कई अन्य ने ठगी कर उनसे कंप्यूटर सेंटर खोलने के नाम पर 67,760 रुपये वसूले हैं.

इसके साथ ही कंप्यूटर सेंटर चलाने के नाम पर हर महीने 50,500 प्रति माह की दर से देने का भरोसा भी दिया गया था. लेकिन उनके लगभग 3 लाख से ऊपर के रुपये अबतक नहीं दिए गये हैं. उन्होंने कहा कि रुपये मांगने पर उनको जान से मारने की धमकी मिल रही है.

बता दें कि 85 साल के पायलट बाबा की तरफ से गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने नैनीताल हाई कोर्ट की शरण ली थी. जिसके बाद कोर्ट ने पायलट बाबा को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण करने को कहा. पायलट बाबा ने नैनीताल सीजेएम कोर्ट में 4 अप्रैल को आत्म समर्पण किया जिसके बाद से बाबा पुलिस हिरासत में हैं.

ये है मामला
2008 में आईकावा इंटरनेशनल एजुकेशनल नामक संस्था द्वारा कुछ समाचार पत्रों में बड़े-बड़े विज्ञापन देकर देशभर के युवाओं से आईकावा कम्प्यूटर सेंटर खोलने के नाम पर आवेदन मांगे गए थे. प्रत्येक सेंटर पर एक मैनेजर, दो कम्प्यूटर टीचर और दो चपरासी की वेकेंसी निकाली गई थी. फ्रेंचाइजी लेने वालों से हर सेंटर के नाम पर 50 हजार 500 रुपए की सुरक्षा राशि जमा कराने की शर्त भी शामिल की गई थी.

संस्था द्वारा किए गए वादे के दो माह बीत जाने के बाद भी जब केंद्रों पर कम्प्यूटर नहीं पहुंचे और नौकरी कर युवाओं को वेतन नहीं मिला तो वे परेशान हो गए और अपना वेतन व फ्रेंचाइजी के लिए जमा राशि के लिए चक्कर काटने लगे.

नैनीताल: 4 अप्रैल को पायलट बाबा को जेल ले जाते समय अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद जेल प्रशासन ने बाबा को पहले नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से बाबा को डॉक्टरों ने हल्द्वानी के हायर सेंटर रेफर कर दिया था. आज उन्हें वापस जेल लाया गया है. बाबा का कहना है कि उनको अभी भी दिक्कतें हो रही हैं.

पायलट बाबा को अस्पताल से मिली छुट्टी.

बता दें कि 25 नवंबर 2008 को हल्द्वानी निवासी हरीश पाल द्वारा आईकावा इंटरनेशनल एजुकेशन के खिलाफ धारा 420 ,506 के मामले में नैनीताल के तल्लीताल थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी. हरीश पाल ने शिकायत में कहा था कि आईकावा के संस्थापक, संचालक और चेयरमैन हिमांशु राय और पायलट बाबा समेत कई अन्य ने ठगी कर उनसे कंप्यूटर सेंटर खोलने के नाम पर 67,760 रुपये वसूले हैं.

इसके साथ ही कंप्यूटर सेंटर चलाने के नाम पर हर महीने 50,500 प्रति माह की दर से देने का भरोसा भी दिया गया था. लेकिन उनके लगभग 3 लाख से ऊपर के रुपये अबतक नहीं दिए गये हैं. उन्होंने कहा कि रुपये मांगने पर उनको जान से मारने की धमकी मिल रही है.

बता दें कि 85 साल के पायलट बाबा की तरफ से गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने नैनीताल हाई कोर्ट की शरण ली थी. जिसके बाद कोर्ट ने पायलट बाबा को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण करने को कहा. पायलट बाबा ने नैनीताल सीजेएम कोर्ट में 4 अप्रैल को आत्म समर्पण किया जिसके बाद से बाबा पुलिस हिरासत में हैं.

ये है मामला
2008 में आईकावा इंटरनेशनल एजुकेशनल नामक संस्था द्वारा कुछ समाचार पत्रों में बड़े-बड़े विज्ञापन देकर देशभर के युवाओं से आईकावा कम्प्यूटर सेंटर खोलने के नाम पर आवेदन मांगे गए थे. प्रत्येक सेंटर पर एक मैनेजर, दो कम्प्यूटर टीचर और दो चपरासी की वेकेंसी निकाली गई थी. फ्रेंचाइजी लेने वालों से हर सेंटर के नाम पर 50 हजार 500 रुपए की सुरक्षा राशि जमा कराने की शर्त भी शामिल की गई थी.

संस्था द्वारा किए गए वादे के दो माह बीत जाने के बाद भी जब केंद्रों पर कम्प्यूटर नहीं पहुंचे और नौकरी कर युवाओं को वेतन नहीं मिला तो वे परेशान हो गए और अपना वेतन व फ्रेंचाइजी के लिए जमा राशि के लिए चक्कर काटने लगे.

Intro:स्लग-बाबा

रिपोर्ट-गौरव जोशी

स्थान-नैनीताल

एंकर- आईकाबा कंप्यूटर सेंटर के नाम पर करोडो के आरोपी पायलट बाबा को नैनीताल जिला व सत्र न्यायालय से न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद बाबा कि अचानक हुई तबीयत खराब के बाद पायलट बाबा को नैनीताल अस्पताल में भर्ती कराया गया,, ओर बाबा कि हालत देखते हुए डाक्टरो ने बाबा को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं बाबा की गम्भीर हालत देखते हुए डॉक्टर्स द्वारा बाबा को आईसीयू में रखा गया है वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बाबा की जांच की जा रही है और रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि बाबा को क्या दिक्कतें हैं




Body:बाबा को जेल ले जाते समय अचानक उनकी तबीयत खराब हुई थी जिसके बाद जेल प्रशासन द्वारा बाबा को पहले नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में भर्ती कराया जहां से बाबा को डॉक्टरों ने हल्द्वानी के हायर सेंटर रेफर कर दिया 85 साल के बाबा को किडनी की दिक्कत है साथ ही पायलट बाबा को सांस लेने में दिक्कत भी हो रही थी इसके अलावा बाबा को व्यक्ति से की भी दिक्कत है,,
वहीं बाबा के सीने में हुए दर्द के बाद सुशीला तिवारी के डॉक्टरों ने बाबा के हार्ट की भी जांच की वहीं डॉक्टरों का कहना है की रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि बाबा को क्या-क्या दिक्कतें हैं,,,
आज स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पायलट बाबा को हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल से नैनीताल जेल लाया गया है वहीं बाबा का कहना है कि उनको अभी भी दिक्कतें हो रही हैं


Conclusion:आपको बता दें कि 25 नवंबर 2008को हल्द्वानी निवासी हरीश पाल द्वारा आईकावा इंटरनेशनल एजुकेशन के खिलाफ धारा 420 ,506 के मामले में नैनीताल के तल्लीताल थाने में शिकायत दर्ज की गई,, जिसमे हिमांशु राय , कपिल अद्वैत्य उर्फ पायलट बाबा, सासाराम, इशरत खान ,इरफान खान, विजय यादव, पीसी भंडारी, और मंगलगिरी के खिलाफ शिकायत दर्ज की ,,
हरीश पाल ने शिकायत में कहा कि आईकावा के संस्थापक, संचालक और चेयरमैन हिमांशु राय और पायलट बाबा समेत अन्य ने ठगी कर उनसे कंप्यूटर सेंटर खोलने के नाम पर ₹67,760 वसूले,,, और इन रूपों के एवज में कंप्यूटर सेंटर के संचालन हेतु ₹50500 प्रति माह की दर से देने का भरोसा दिलाया था और इस तरह उनके द्वारा कुल ₹3 लाख 20हजार 760 हड़प लिए,, और रुपए मांगने पर उन को जान से मारने की धमकी देने लगे,,, इसके अलावा इनके द्वारा हल्द्वानी में नवाज हुसैन उर्फ बॉबी, अर्जुनपुर हल्द्वानी के अनुराग मांजिला,, हरी नगर निवासी तबस्सुम आरिफ सहित 11 हजार व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी करने के भी आरोप लगाए थे,,
मामले में सीबी सीआईडी ने जांच की थी और जांच पूरी कर 15 जून 2010 को आरोप पत्र न्यायालय में पेश किया,,जिसके बाद कोर्ट ने इन सभी 7 लोगों को सम्मन भेजे थे,,, लेकिन कोर्ट द्वारा जारी सम्मन को इन के द्वारा कभी नहीं लिया गया और ना ही यह लोग अपने पते पर मिले,,वही पायलट बाबा के अन्य आरोपी साथी अभी भी फरार चल रहे हैं इधर पायलट बाबा की तरफ से गिरफ्तारी से बचने के लिए नैनीताल हाईकोर्ट की शरण ली गई और कोर्ट ने पायलट बाबा को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण करने को कहा और पायलट बाबा ने नैनीताल सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कराथा जिसके बाद से बाबा पुलिस हिरासत मे है,,,

नोट विजुअल मेल से भेजे हैं
Last Updated : Apr 10, 2019, 10:33 PM IST
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