हल्द्वानी: सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद लोग कोविड वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक नहीं दिख रहे हैं. यही कारण है कि कुछ इलाकों में लोग भी वैक्सीन (corona vaccine) लगवाने से डर रहे हैं और वैक्सीनेशन सेंटर (vaccination center) से दूरी बनाए हुए हैं. ऐसे ही कुछ मामले सामने आ रहे हैं, हल्द्वानी (haldwani) के वनभूलपुरा क्षेत्र से. यहां पर जागरूकता की कमी के कारण अधिकांश लोग वैक्सीन की डोज नहीं लगवा रहे हैं.
मुस्लिम बाहुल्य वनभूलपुरा क्षेत्र में चार जगहों पर वैक्सीनेशन सेंटर (vaccination center) स्थापित किए गए हैं, लेकिन मन में तरह-तरह की भ्रांतिया और कई सवालों के कारण लोग वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं पहुंच रहे हैं. हालांकि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार कोशिश कर रहे हैं कि वैक्सीन (corona vaccine) के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए, ताकि लोग वैक्सीनेशन (vaccination) में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें.
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने लोगों से वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर टीका लगाने की अपील की है. राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने कहा है कि पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण वनभूलपुरा में वैक्सीनेशन सेंटर खोला गया था, लेकिन कुछ विपक्षी राजनीति पार्टियों के लोग कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर भ्रम फैला रहे हैं. इसके चलते कुछ लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं. ऐसे में उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे किसी के बहकावे में न आएं. कोरोना (corona) से बचने के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं.
वहीं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रश्मि पंत ने कहा है कि लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वनभूलपुरा क्षेत्र में चार वैक्सीनेशन सेंटर खोले गए हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर टीका जरूर लगवाएं और इस बीमारी से अपने आपको और परिवार को जरूर बचाएं.
नेता प्रतिपक्ष की सरकार से मांग
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश (leader of opposition indira hridayesh) ने कोरोना कर्फ्यू में राशन की दुकानें खोलने और समय अवधि बढ़ाने की मुख्यमंत्री से मांग उठाई है. नेता प्रतिपक्ष हृदयेश (indira hridayesh) ने कहा कि सप्ताह में एक दिन तीन घंटे किराने और आवश्यक वस्तु की दुकानें खोले जाने से बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल बन रहा है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में पुलिस और व्यापारियों के बीच सामंजस्य नहीं बन पा रहा है. ऐसे में पुलिस और व्यापारियों में विवाद भी खड़ा हो रहा है. इसीलिए उन्होंने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और मुख्य सचिव ओम प्रकाश से फोन पर अनुरोध किया है कि सप्ताह में 2 दिन दुकानें खोली जाएं. साथ ही इसकी समय अवधि भी बढ़ाई जाए.