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हल्द्वानी: देर रात से रुक-रुककर हो रही बारिश, जल भराव से जन जीवन अस्त-व्यस्त - देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, प्रदेश में कई जगहों पर बारिश हो रही है. हल्द्वानी में बरसात के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जगह-जगह जलभराव हो गया है. बारिश के बाद ठंड में भी इजाफा हुआ है.

heavy rain in haldwani
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Published : Mar 6, 2020, 3:14 PM IST

हल्द्वानी: उत्तराखंड मौसम विभाग का पूर्वानुमान एक बार फिर सही साबित हुआ है. हल्द्वानी में देर रात से हो रही रुक-रुककर बारिश हो रही है, जिसके चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के चलते ठंड में भी इजाफा हुआ है. ठंड ने दोबारा से वापसी कर दी है. लोगों को गर्म कपड़े दोबारा निकालने पड़े हैं. वहीं, लगातार हो रही बरसात रबी की फसलों के लिए नुकसान हुआ है.

देर रात से रुक-रुककर हो रही बारिश.

हल्द्वानी के तराई के इलाकों में देर रात से रुक-रुककर हो रही बरसात के चलते मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है. लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं. शहर में जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. जलभराव के चलते ट्रैफिक रेंग रेंग कर चल रहा हैं. जलभराव के चलते कई घर घरों में पानी भी घुस गया है.

पढ़ें- 2022 तक बदल जाएगी शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर, दो वित्तीय वर्षों में होगा स्कूलों का कायाकल्प

बता दें कि मौसम विभाग की 5, 6 और 7 मार्च को बरसात की चेतावनी दी थी, जो सही साबित हुई है. बरसात के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है.

हल्द्वानी: उत्तराखंड मौसम विभाग का पूर्वानुमान एक बार फिर सही साबित हुआ है. हल्द्वानी में देर रात से हो रही रुक-रुककर बारिश हो रही है, जिसके चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के चलते ठंड में भी इजाफा हुआ है. ठंड ने दोबारा से वापसी कर दी है. लोगों को गर्म कपड़े दोबारा निकालने पड़े हैं. वहीं, लगातार हो रही बरसात रबी की फसलों के लिए नुकसान हुआ है.

देर रात से रुक-रुककर हो रही बारिश.

हल्द्वानी के तराई के इलाकों में देर रात से रुक-रुककर हो रही बरसात के चलते मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है. लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं. शहर में जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. जलभराव के चलते ट्रैफिक रेंग रेंग कर चल रहा हैं. जलभराव के चलते कई घर घरों में पानी भी घुस गया है.

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बता दें कि मौसम विभाग की 5, 6 और 7 मार्च को बरसात की चेतावनी दी थी, जो सही साबित हुई है. बरसात के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है.

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