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आज मायके से कैलाश विदा हो जाएंगी मां नंदा- सुनंदा,पंच आरती का ये है महत्व

नैनीताल जिले में मां नंदा सुनंदा का महोत्सव चल रहा है. कुमाऊं की कुलदेवी नंदा सुनंदा आज ससुराल विदा हो जाएंगी.

कुमाऊं की कुलदेवी मां नंदा सुनंदा
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Published : Sep 8, 2019, 8:40 AM IST

नैनीताल: कुमाऊं की कुलदेवी मां नंदा- सुनंदा आज अपने ससुराल कैलाश विदा हो जाएंगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अष्टमी के दिन मां सुंधा अपने मायके आईं थी और इसी परंपरा के तहत एकादशी यानी आज कुलदेवी मां नंदा- सुनंदा अपने ससुराल लौट जाएंगी. इस दौरान नैनीताल में मां नंदा सुनंदा की विशेष पंच आरती का आयोजन किया गया. जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया.

भगवती प्रसाद जोशी, पुजारी.

मां नंदा- सुनंदा की आराधना में पंचारती का विशेष महत्व है. इस आरती को पांच तत्वों पुष्प, वस्त्र, जल, वायु और ज्योति से की जाती है. इस पूजा से मां नंदा सुनंदा की दिनभर की बधाओं को दूर किया जाता है.

मां की पूजा अर्चना कर रहे पंडित भगवती प्रसाद जोशी बताते हैं कि इस पूजा को करने का मुख्य उद्देश्य मां को बुरी नजरों से दूर रखना होता है. क्योंकि, दिन भर मां भक्तों को दर्शन देती हैं जिससे मां को नजर लग जाती है और मां को इन्हीं नजरों और बाधाओं से दूर रखने के लिए पांच तत्वों से विशेष आरती कराई जाती है. जिसको पंच आरती कहा जाता है इस पंच आरती का फायदा भक्तों को भी मिलता है, माना जाता है कि पंच आरती में शामिल होने भर से लोगों पर मां नंदा- सुनंदा की असीम कृपा बनी रहती है. वहीं हजारों की तादात में भक्त पंच आरती में पहुंचते हैं.

पढ़ें- युवक को था हथियार रखने का शौक, एक गलती ने पहुंचाया सलाखों के पीछे

मां नंदा- सुनंदा का आशीर्वाद लेने नैनीताल हाई कोर्ट के न्यायाधीश शरद कुमार शर्मा परिवार समेत पहुंचे और पंच आरती में शामिल होकर मां नंदा- सुनंदा की आरती की. माना जाता है कि पंच आरती में शामिल होने से मां भक्तों का कल्याण करती है. आज दोपहर 12 बजे मां नंदा सुनंदा के मूर्तियों का डोला नगर भ्रमण कराया जाएगा और जिसके बाद देर सायं नैनी झील में विसर्जन किया जाएगा.

नैनीताल: कुमाऊं की कुलदेवी मां नंदा- सुनंदा आज अपने ससुराल कैलाश विदा हो जाएंगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अष्टमी के दिन मां सुंधा अपने मायके आईं थी और इसी परंपरा के तहत एकादशी यानी आज कुलदेवी मां नंदा- सुनंदा अपने ससुराल लौट जाएंगी. इस दौरान नैनीताल में मां नंदा सुनंदा की विशेष पंच आरती का आयोजन किया गया. जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया.

भगवती प्रसाद जोशी, पुजारी.

मां नंदा- सुनंदा की आराधना में पंचारती का विशेष महत्व है. इस आरती को पांच तत्वों पुष्प, वस्त्र, जल, वायु और ज्योति से की जाती है. इस पूजा से मां नंदा सुनंदा की दिनभर की बधाओं को दूर किया जाता है.

मां की पूजा अर्चना कर रहे पंडित भगवती प्रसाद जोशी बताते हैं कि इस पूजा को करने का मुख्य उद्देश्य मां को बुरी नजरों से दूर रखना होता है. क्योंकि, दिन भर मां भक्तों को दर्शन देती हैं जिससे मां को नजर लग जाती है और मां को इन्हीं नजरों और बाधाओं से दूर रखने के लिए पांच तत्वों से विशेष आरती कराई जाती है. जिसको पंच आरती कहा जाता है इस पंच आरती का फायदा भक्तों को भी मिलता है, माना जाता है कि पंच आरती में शामिल होने भर से लोगों पर मां नंदा- सुनंदा की असीम कृपा बनी रहती है. वहीं हजारों की तादात में भक्त पंच आरती में पहुंचते हैं.

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मां नंदा- सुनंदा का आशीर्वाद लेने नैनीताल हाई कोर्ट के न्यायाधीश शरद कुमार शर्मा परिवार समेत पहुंचे और पंच आरती में शामिल होकर मां नंदा- सुनंदा की आरती की. माना जाता है कि पंच आरती में शामिल होने से मां भक्तों का कल्याण करती है. आज दोपहर 12 बजे मां नंदा सुनंदा के मूर्तियों का डोला नगर भ्रमण कराया जाएगा और जिसके बाद देर सायं नैनी झील में विसर्जन किया जाएगा.

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कुमाऊं की कुलदेवी के रूप में पूजी जाने वाली मां नंदा सुनंदा की विशेष रूप से की जाती है पूजा अर्चना रोज होती है पंच आरती।

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कल अपने ससुराल विदा हो जाएंगी कुमाऊ की कुलदेवी मां नंदा सुनंदा धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अष्टमी के दिन मां सुंधा अपने मायके आई थी और इसी परंपरा के तहत एकादशी यानी कल कुलदेवी मां नंदा सुनंदा अपने ससुराल लौट जाएंगी नैनीताल में इन दिनों मां नंदा सुनंदा की विशेष पंच आरती का आयोजन करा जा रहा है।


Body:नंदा सुनंदा की आराधना में पंचारती का विशेष महत्व है मानो 10 नंबर की होने वाली इस पंचारती की विशेषता यह है कि इस आरती को पांच तत्वों पुष्प, वस्त्र, जल, वायु और ज्योति से की जाती है इस पूजा से मां नंदा सुनंदा की दिनभर की बधाओ को दूर किया जाता है,
मां की पूजा अर्चना कर रहे पंडित भगवती प्रसाद जोशी बताते हैं कि इस पूजा को करने का मुख्य उद्देश्य मां को बुरी नजरों से दूर रखना होता है क्योंकि दिन भर मां भक्तों को दर्शन देती हैं जिससे मां को नजर लग जाती है और मां को इन्हीं नज़रों और बाधाओं से दूर रखने के लिए पांच तत्वों से विशेष आरती कराई जाती है जिसको पंचारती कहा जाता है इस पंचआरती का फायदा भक्तों को भी होता है, माना जाता है कि पंच आरती में शामिल होने भर से लोगों पर मां नंदा सुनंदा की असीम कृपा होती है, ओर भक्त हजारो की संख्या में मां की इस पंचारती में पहुंचते हैं।

बाईट- दिव्या चौहान।


Conclusion:मां नंदा सुनंदा महोत्सव के तहत नैनीताल में मां नैना देवी मंदिर में माता की उपासना करने वाले भक्तों का तांता लगा है हर रोज भारी संख्या में श्रद्धालु मां नंदा सुनंदा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं मां नंदा सुनंदा की आराधना के दौरान पंचारती का विशेष महत्व होता है लिहाजा पंचारती के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंच रहे हैं,
मां नंदा सुनंदा का आशीर्वाद लेने नैनीताल हाई कोर्ट के न्यायाधीश शरद कुमार शर्मा परिवारी समेत पहुंचे और उन्होंने भी पंचआरती में शामिल होकर मां नंदा सुनंदा की आरती की, आपको बता दें कि नंदा सुनंदा की आराधना में पंचारती का विशेष महत्त्व है कहां जाता है कि पंच आरती में शामिल होने से मां भक्तों का कल्याण करती है।
कल दोपहर 12 बजे मां नंदा सुनंदा के मूर्तियों का ढोला बनाकर नगर भ्रमण कराया जाएगा और जिसके बाद देर शाम मां की धोने का नैनी झील में विसर्जन कर दिया जाएगा।

बाईट- भगवती प्रसाद जोशी, पुजारी।
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