रामनगर: विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क बाघों के लिए देश-विदेश में जाना जाता है. रामनगर के आसपास के कई गांव कॉर्बेट पार्क के जंगलों से सटे हुए है. जिससे लोगों में बाघों के हमलों का डर हमेशा रहता है. वहीं, बाघ और गुलदार द्वारा ग्रामीणों के मवेशियों पर हमलों के मामले प्रकाश में आते हैं. इससे ग्रामीणों को काफी नुकसान हुआ है. पिछले 2 वर्षों में बाघ और गुलदार ने 144 मवेशियों को अपना शिकार बनाया है.
कॉर्बेट पार्क की उपनिदेशक कल्याणी ने बताया की ग्रामीणों की जो पशु हानि होती है, उसको उनके द्वारा मानव वन्यजीव संघर्ष नियमावली के अनुसार मारे या घायल हुए पशुओं का मुआवजा अनुदान दिया जाता है. उन्होंने बताया कि 2018-19 में 89 मवेशियों पर गुलदार और बाघ के द्वारा हमले के मामले प्रकाश में आए. जिसमें उनके द्वारा कुल 15 लाख 85 हजार रुपये अनुदान दिया गया. 2020-21 में 55 मामले सामने आए. जिसमें उनके द्वारा 17 मवेशियों के मामलों में 2 लाख 41 हजार रुपये दिए जा चुके हैं.
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वहीं, गुलदार और बाघों द्वारा निवाला बनाए गए 38 मवेशियों का 5 लाख 30 हजार रुपये भी विभाग द्वारा तुरंत दिया जाना है. बता दें कि, वन्यजीव आबादी की तरफ लगातार आ रहे हैं. इससे मवेशियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी खतरा बना हुआ है.