हल्द्वानीः राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केटीएस तुलसी हल्द्वानी दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने मोदी सरकार पर छोटे-छोटे व्यापारी और गरीब लोगों की रोजी-रोटी खत्म करने का आरोप लगाया है. वहीं, उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को धर्म में नहीं बांट पाई, इसलिए बौखलाई हुई है.
किसानों को धर्म में नहीं बांट सकी बीजेपीः कांग्रेस नेता केटीएस तुलसी ने कहा कि किसान का कोई धर्म नहीं है. किसान का सिर्फ खेती करना धर्म है. बीजेपी किसानों को हिंदू-मुस्लिम में नहीं बांट पाई. इसलिए सरकार बौखलाई हुई है. उन्होंने कहा कि यूपी और उत्तराखंड में किसान उनके खिलाफ हो जाएंगे तो उनका क्या होगा?
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केटीएस तुलसी ने निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार ने व्यवसायियों और छोटे दुकानदारों को खत्म करने का फैसला लिया है. केंद्र सरकार 'खाएंगे, खिलाएंगे और लूट आएंगे' मॉडल पर काम कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पैसा लेकर व्यवसायियों और छोटे दुकानदारों को खत्म करने के लिए नियम और कानून को बदलने का काम किया है.
अमेजॉन रिश्वत कांड पर साधा निशानाः केटीएस तुलसी ने केंद्र सरकार से सवाल से पूछते हुए कहा कि वो कौन नेता हैं और केंद्र सरकार के वो कौन उच्च अधिकारी हैं. जिन्होंने अमेजॉन से 8,586 करोड़ रुपए की रिश्वत ली है. क्या अमेजॉन रिश्वत कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट की जज की ओर से नहीं की जानी चाहिए. इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों चुप हैं?
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उन्होंने कहा कि क्या यह रिश्वत मोदी सरकार की ओर से नियमों और कानूनों में बदलाव के लिए दी गई थी. ताकि बढ़ावा दिया जा सके. अमेजॉन कानूनी शुल्क के नाम पर 8,586 करोड़ का भुगतान किया है. जबकि, कानून और न्याय मंत्रालय का सालाना बजट 1100 करोड़ रुपए है.