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नैनीताल HC के न्यायिक अधिकारी से 50 करोड़ की फिरौती मांगी, जांच के लिए छत्तीसगढ़ पहुंची पुलिस - नैनीताल HC के न्यायिक अधिकारी

उत्तराखंड पुलिस हाईकोर्ट के न्यायिक ऑफिसर को जान से मारने की धमकी और 50 करोड़ रुपये फिरौती मांगने के मामले की जांच के लिए बिलासपुर पहुंची. यहां सेंट्रल जेल और मेन पोस्ट ऑफिस से कुछ रिकॉर्ड्स खंगाले गए. पुलिस को शक है कि पत्र बिलासपुर के सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ चौहान ने भेजा है. इसी कड़ी से जोड़कर पुलिस जांच कर रही है.

High Court officer
नैनीताल हाईकोर्ट
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Published : Nov 1, 2022, 12:26 PM IST

बिलासपुर/नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट के एक उच्च अधिकारी को धमकी भरा पत्र मिला है. उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए 50 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई है. इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने बिलासपुर पहुंचकर जांच शुरू की है. पुलिस सेंट्रल जेल के साथ ही बिलासपुर पोस्ट ऑफिस में जांच करने पहुंची थी. पुलिस को शक है कि यह धमकी भरा पत्र बिलासपुर जेल में बंद कैदी ने भेजा होगा, क्योंकि इससे पहले भी वह ऐसा कर चुका है. हालांकि अफसर को मिले पत्र में कुछ और ही नाम लिखा हुआ है. पुलिस पुष्पेंद्र की हैंडराइटिंग और धमकी भरे पत्र की हैंडराइटिंग की जांच कर रही है.

उत्तराखंड हाईकोर्ट के लॉ ऑफिसर को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद नैनीताल पुलिस के होश उड़ गए हैं. बिलासपुर सेंट्रल जेल के अधिकारियों के भी हाथ पांव फूलने लगे हैं. इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने जांच की तो बिलासपुर छत्तीसगढ़ से कनेक्शन मिला. जिसके बाद सोमवार को उत्तराखंड के नैनीताल जिले की मल्लीताल पुलिस बिलासपुर पहुंची. पुलिस की टीम ने बिलासपुर सेंट्रल जेल और पोस्ट ऑफिस जाकर जांच की.
ये भी पढ़ें: दिल्ली में उत्तराखंड के छात्र मनोज नेगी की हत्या, बहन से छेड़छाड़ का किया था विरोध

ये है मामला: उत्तराखंड हाईकोर्ट के महानिबंधक कार्यालय को एक चिट्ठी मिली. इसमें अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उच्च अधिकारी को धमकी देते हुए 48 घंटे के भीतर 50 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी. इस चिट्ठी से वहां हड़कंप मच गया. मल्लीताल थाने में शिकायत की तो पुलिस तत्काल सक्रिय हुई. धारा 386, 504 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की गई, तब पता चला कि यह चिट्ठी बिलासपुर छत्तीसगढ़ से भेजी गई है. इसमें कुछ नाम का भी जिक्र था, जिसका पुलिस ने खुलासा तो नहीं किया, लेकिन सोमवार को इस चिट्ठी की जांच करने उत्तराखंड पुलिस को बिलासपुर आना पड़ा.

बिलासपुर पुलिस ने किया सहयोग: उत्तराखंड पुलिस ने बिलासपुर पहुंचने के बाद बिलासपुर के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया गया. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उत्तराखंड पुलिस के साथ मुख्य डाकघर और केंद्रीय जेल में जांच करने पहुंचे. यहां से उन्हें कुछ सुराग मिला है. अंदेशा जताया जा रहा है कि केंद्रीय जेल में बंद पुष्पेंद्र नाथ चौहान ने यह धमकी भरा पत्र भेजा होगा, जो पहले भी कई ऐसे वीआईपी को इस तरह की चिट्टियां भेज चुका है. पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है.

कुख्यात डकैत पुष्पेंद्रनाथ की हैंड राइटिंग की जांच: लॉ ऑफिसर को मिले पत्र और इससे पहले भी देश के दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को पुष्पेंद्र द्वारा भेजे पत्रों की राइटिंग की मिलान की जा रही है. पुलिस को शक है कि पुष्पेंद्र ने ही यह पत्र भेजा होगा. उसके पत्रों और उत्तराखंड हाईकोर्ट के अधिकारी को भेजे गए पत्र में कई बातें समान लिखी हुई हैं. पत्रों में समानता भी दिख रही है. इसलिए पुलिस को शक है कि यह पत्र भी कुख्यात डकैत पुष्पेंद्रनाथ ने ही भेजा होगा.

राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी भेजा था पत्र: बिलासपुर सेंट्रल जेल में बंद आदतन अपराधी और कुख्यात डकैत पुष्पेंद्रनाथ चौहान देश से कई लोगों को धमकी भरी फिरौती वाले पत्र भेज चुका है. वह पहले भी तेलंगाना के चीफ जस्टिस से लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री सहित कई अधिकारियों और अन्य लोगों को इस तरह की चिट्ठियां भेज चुका है. उसकी जांच अभी भी चल रही है और एक नया मामला फिर सामने आ गया है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड अधिवक्ता संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने हाईकोर्ट शिफ्टिंग का किया विरोध, CM को दिया ज्ञापन

पत्र में भेजने वाले का नाम कुछ और: हालांकि इस पूरे मामले में अभी पुलिस को पुष्पेंद्र पर शक है. क्योंकि उत्तराखंड के लॉ ऑफिसर को मिले पत्र में भेजने वाले के पत्र में नाम आइजुनार लिखा है, लेकिन उत्तराखंड पुलिस को पुष्पेंद्र पर ही शक है. इसलिए वह उससे पूछताछ करने जेल पहुंची थी. अभी पूरा मामले में उत्तराखंड पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है.
ये भी पढ़ें: अपने ही सांसद से संपर्क नहीं कर पा रही उत्तराखंड बीजेपी, कांग्रेस ने ली चुटकी

बिलासपुर/नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट के एक उच्च अधिकारी को धमकी भरा पत्र मिला है. उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए 50 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई है. इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने बिलासपुर पहुंचकर जांच शुरू की है. पुलिस सेंट्रल जेल के साथ ही बिलासपुर पोस्ट ऑफिस में जांच करने पहुंची थी. पुलिस को शक है कि यह धमकी भरा पत्र बिलासपुर जेल में बंद कैदी ने भेजा होगा, क्योंकि इससे पहले भी वह ऐसा कर चुका है. हालांकि अफसर को मिले पत्र में कुछ और ही नाम लिखा हुआ है. पुलिस पुष्पेंद्र की हैंडराइटिंग और धमकी भरे पत्र की हैंडराइटिंग की जांच कर रही है.

उत्तराखंड हाईकोर्ट के लॉ ऑफिसर को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद नैनीताल पुलिस के होश उड़ गए हैं. बिलासपुर सेंट्रल जेल के अधिकारियों के भी हाथ पांव फूलने लगे हैं. इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने जांच की तो बिलासपुर छत्तीसगढ़ से कनेक्शन मिला. जिसके बाद सोमवार को उत्तराखंड के नैनीताल जिले की मल्लीताल पुलिस बिलासपुर पहुंची. पुलिस की टीम ने बिलासपुर सेंट्रल जेल और पोस्ट ऑफिस जाकर जांच की.
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ये है मामला: उत्तराखंड हाईकोर्ट के महानिबंधक कार्यालय को एक चिट्ठी मिली. इसमें अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उच्च अधिकारी को धमकी देते हुए 48 घंटे के भीतर 50 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी. इस चिट्ठी से वहां हड़कंप मच गया. मल्लीताल थाने में शिकायत की तो पुलिस तत्काल सक्रिय हुई. धारा 386, 504 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की गई, तब पता चला कि यह चिट्ठी बिलासपुर छत्तीसगढ़ से भेजी गई है. इसमें कुछ नाम का भी जिक्र था, जिसका पुलिस ने खुलासा तो नहीं किया, लेकिन सोमवार को इस चिट्ठी की जांच करने उत्तराखंड पुलिस को बिलासपुर आना पड़ा.

बिलासपुर पुलिस ने किया सहयोग: उत्तराखंड पुलिस ने बिलासपुर पहुंचने के बाद बिलासपुर के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया गया. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उत्तराखंड पुलिस के साथ मुख्य डाकघर और केंद्रीय जेल में जांच करने पहुंचे. यहां से उन्हें कुछ सुराग मिला है. अंदेशा जताया जा रहा है कि केंद्रीय जेल में बंद पुष्पेंद्र नाथ चौहान ने यह धमकी भरा पत्र भेजा होगा, जो पहले भी कई ऐसे वीआईपी को इस तरह की चिट्टियां भेज चुका है. पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है.

कुख्यात डकैत पुष्पेंद्रनाथ की हैंड राइटिंग की जांच: लॉ ऑफिसर को मिले पत्र और इससे पहले भी देश के दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को पुष्पेंद्र द्वारा भेजे पत्रों की राइटिंग की मिलान की जा रही है. पुलिस को शक है कि पुष्पेंद्र ने ही यह पत्र भेजा होगा. उसके पत्रों और उत्तराखंड हाईकोर्ट के अधिकारी को भेजे गए पत्र में कई बातें समान लिखी हुई हैं. पत्रों में समानता भी दिख रही है. इसलिए पुलिस को शक है कि यह पत्र भी कुख्यात डकैत पुष्पेंद्रनाथ ने ही भेजा होगा.

राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी भेजा था पत्र: बिलासपुर सेंट्रल जेल में बंद आदतन अपराधी और कुख्यात डकैत पुष्पेंद्रनाथ चौहान देश से कई लोगों को धमकी भरी फिरौती वाले पत्र भेज चुका है. वह पहले भी तेलंगाना के चीफ जस्टिस से लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री सहित कई अधिकारियों और अन्य लोगों को इस तरह की चिट्ठियां भेज चुका है. उसकी जांच अभी भी चल रही है और एक नया मामला फिर सामने आ गया है.
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पत्र में भेजने वाले का नाम कुछ और: हालांकि इस पूरे मामले में अभी पुलिस को पुष्पेंद्र पर शक है. क्योंकि उत्तराखंड के लॉ ऑफिसर को मिले पत्र में भेजने वाले के पत्र में नाम आइजुनार लिखा है, लेकिन उत्तराखंड पुलिस को पुष्पेंद्र पर ही शक है. इसलिए वह उससे पूछताछ करने जेल पहुंची थी. अभी पूरा मामले में उत्तराखंड पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है.
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