हल्द्वानी: नैनीताल जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए शह और मात का खेल शुरू हो गया है. जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी में निर्दलीयों की भूमिका अहम होगी. इस समय जिला पंचायत सदस्य की स्थिति थोड़ा अजीब है क्योंकि निर्दलीयों की संख्या 12 है, जबकि बीजेपी के पास 10 सीटें हैं और कांग्रेस के पास 5 सीटें हैं. उधर, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने जिला पंचायत अध्यक्ष को आम जनता द्वारा चुने जाने की बात कही है. उन्होंने जिला पंचायत सदस्यों के खरीद-फरोख्त का आरोप भी लगाया.
इसके साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए बीजेपी जोर आजमाइश में लगी हुई है. बीजेपी ने बेला तोलिया को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का दावेदार बनाया है. जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी को 14 वोटों की जरूरत है. वहीं, उसके पास 10 वोट मौजूद हैं. ऐसे में राजनीतिक पार्टियों में अभी से शह और मात का खेल शुरू हो चुका है. सभी निर्दलीयों को अपने पाले में लेने की कोशिश में जुटे हुए हैं. उधर, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी बेला तोलिया देहरादून में बीजेपी हाईकमान से भी मिल चुकी हैं.
बीजेपी के बागी उम्मीदवार और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जिला पंचायत सीट पर जीत दर्ज कर चुके मोहन बिष्ट ने आरोप लगाया है कि सरकार ने इस सीट को जानबूझकर महिला आरक्षित किया है. नैनीताल सीट सामान्य सीट होनी चाहिए, इसी सीट पर आपत्ति दर्ज भी करा रहे हैं. लिहाजा भाजपा के बागी उम्मीदवारों की बात से ये साफ हो रहा है कि बीजेपी के पक्ष में नहीं हैं.
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इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख सीट पर आम चुनाव करने पर जोर दिया है. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने बताया कि आम जनता इन प्रतिनिधियों को चुनेगी तो एक अच्छा माहौल तैयार होगा. उन्होंने कहा कि रुद्रपुर जिला पंचायत सदस्यों को 25 लाख रुपये तक दिए जा रहे हैं. गौरतलब है कि इन चुनावों में बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त की खबरें सामने आती हैं.