हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार हल्द्वानी में 15 एकड़ में एस्ट्रोपार्क (Astro Park in Haldwani) कम साइंस सिटी बनाने जा रही है. शासन से स्वीकृति मिलने के बाद नैनीताल जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी के लिए चयनित भूमि का आज निरीक्षण (Inspection of selected land for Astropark) किया. निरीक्षण के दौरान एरीज निदेशक प्रोफेसर दीपांकर बनर्जी भी मौजूद रहे.
एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी के लिए तीन पानी के पास ओपन यूनिवर्सिटी के समीप भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने बताया तीनपानी ओपन यूनिवर्सिटी के समीप भूमि चिन्हित कर प्रस्तावित की गई. जिलाधिकारी ने कहा शासन द्वारा एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी बनाने की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी है. यह भारत का पहला एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी है. जिसे हल्द्वानी में विकसित किया जाएगा, इस पार्क में नक्षत्र और नवग्रह को जुड़े अध्ययन किए जा सकेंगे.
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एस्ट्रोपार्क बनने से क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त होगी. देश विदेश के एरीज में शिक्षा प्राप्त कर रहे शिक्षार्थियों के शिक्षा के विकास के साथ ही क्षेत्र के पर्यटन को इससे बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा एस्ट्रोपार्क में साइंस लैब के साथ ही शिक्षार्थियों के लिए हॉस्टल, डेटा सेंटर एवं साइंस का पार्क भी निर्माण किया जायेगा. उन्होंने कहा एशिया की सबसे बड़ी देवस्थल एरीज दूरबीन ओखलकांडा नैनीताल से एस्ट्रोपार्क की कनक्टीविटी दी जायेगी.
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एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी में ज्योतिष और प्रोफेसर शोध कार्य कर सकेंगे. ज्योतिष और संस्कृत के जानकारों की मानें तो नवग्रह और नक्षत्र जीवन में सहायता करते हैं, इसलिए इसका असर जीवन पर अच्छा खासा होता है. इसलिए एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी को बनाया जा रहा है. जिससे ग्रह-नक्षत्रों का अध्यन किया जा सके.