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हाथियों के 'घर' में खड़े हुए अवैध होटल, हिंसक हो रहे वन्य जीव - कॉर्बेट टाइगर रिजर्व

क्षेत्र में अवैध तरीके से होटल व रिसोर्ट का निर्माण होने के कारण हाथियों का स्वच्छंद विचरण प्रभावित हो रहा है. ऐसे में हाथियों के व्यवहार में परिवर्तन आ रही है, वो हिंसक होते जा रहे हैं.

ढिकुली क्षेत्र में अवैध निर्माण
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Published : Mar 13, 2019, 6:58 PM IST

रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से सटे ढिकुली क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से होटलों का निर्माण कराया जा रहा है. जिसके चलते एलिफेंट कॉरिडोर का दायरा कम होता जा रहा है. दूसरी तरफ होटल संचालक सरकार को चुना भी लगा रहे हैं.

ढिकुली क्षेत्र में अवैध निर्माण

पढ़ें-हरिद्वार के घर-घर में मेरी पैठ, इस बार जीत कर बनाऊंगा रिकॉर्ड: सांसद निशंक

बता दें कि राजाजी नेशनल पार्क से कॉर्बेट नेशनल पार्क होते हुए नेपाल से असम तक जंगलों में हाथियों के गुजरने के लिए एलिफेंट कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा कॉर्बेट पार्क से सटे ढिकुली क्षेत्र से होकर गुजरता है. इसके अवाला कॉर्बेट पार्क के पूर्वी हिस्से में रहने वाले वन्य जीव भी अपनी प्यास बुझाने के लिए गांव के किनारे बह रही कोसी नदी पर आते हैं, जो एलिफेंट कॉरिडोर के आसपास का ही हिस्सा है. लेकिन वन विभाग और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते एलिफेंट कॉरिडोर का दायरा कम होता जा रहा है.

क्षेत्र में अवैध तरीके से होटल व रिसोर्ट का निर्माण होने के कारण हाथियों का स्वच्छंद विचरण प्रभावित हो रहा है. ऐसे में हाथियों के व्यवहार में परिवर्तन आ रही है, वो हिंसक होते जा रहे हैं. जिस कारण हाथी कॉर्बेट पार्क से सटे ग्रामीण इलाकों में उत्पात मचा रहे हैं. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भोगना पड़ रहा है.

ढिकुली क्षेत्र में अवैध निर्माण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां बीते कई सालों में एलिफेंट कॉरिडोर का 6 किमी का हिस्सा पूरी तरह खत्म हो चुका है, यहां पर बड़ी संख्या में अवैध निर्माण हुए हैं. जिससे हाथियों की आवाजही पूरी तरह से बंद हो गई है.

रामनगर तहसील क्षेत्र के जिला विकास प्राधिकरण में शामिल होने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि एलिफेंट कॉरिडोर में चल रहे अवैध निर्माण पर जल्द ही लगामा लगेगी और स्थानीय प्रशासन इन होटल संचालकों पर खख्त कार्रवाई करेगा, ताकि एलिफेंट कॉरिडोर के अन्य हिस्से को बचाया जा सके, लेकिन ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है.

जब इस बारे में रामनगर एसडीएम हरगिरी गोस्वामी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें ढिकुली क्षेत्र में चल रहे अवैध निर्माण की जानकारी मिली थी. क्षेत्रीय लेखपाल के माध्यम से मौके की स्थलीय रिपोर्ट तलब की गई है. रिपोर्ट के आधार पर जिला विकास प्राधिकरण को कार्रवाई करने के रिपोर्ट बनाकर भेजी जाएगी.

रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से सटे ढिकुली क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से होटलों का निर्माण कराया जा रहा है. जिसके चलते एलिफेंट कॉरिडोर का दायरा कम होता जा रहा है. दूसरी तरफ होटल संचालक सरकार को चुना भी लगा रहे हैं.

ढिकुली क्षेत्र में अवैध निर्माण

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बता दें कि राजाजी नेशनल पार्क से कॉर्बेट नेशनल पार्क होते हुए नेपाल से असम तक जंगलों में हाथियों के गुजरने के लिए एलिफेंट कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा कॉर्बेट पार्क से सटे ढिकुली क्षेत्र से होकर गुजरता है. इसके अवाला कॉर्बेट पार्क के पूर्वी हिस्से में रहने वाले वन्य जीव भी अपनी प्यास बुझाने के लिए गांव के किनारे बह रही कोसी नदी पर आते हैं, जो एलिफेंट कॉरिडोर के आसपास का ही हिस्सा है. लेकिन वन विभाग और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते एलिफेंट कॉरिडोर का दायरा कम होता जा रहा है.

क्षेत्र में अवैध तरीके से होटल व रिसोर्ट का निर्माण होने के कारण हाथियों का स्वच्छंद विचरण प्रभावित हो रहा है. ऐसे में हाथियों के व्यवहार में परिवर्तन आ रही है, वो हिंसक होते जा रहे हैं. जिस कारण हाथी कॉर्बेट पार्क से सटे ग्रामीण इलाकों में उत्पात मचा रहे हैं. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भोगना पड़ रहा है.

ढिकुली क्षेत्र में अवैध निर्माण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां बीते कई सालों में एलिफेंट कॉरिडोर का 6 किमी का हिस्सा पूरी तरह खत्म हो चुका है, यहां पर बड़ी संख्या में अवैध निर्माण हुए हैं. जिससे हाथियों की आवाजही पूरी तरह से बंद हो गई है.

रामनगर तहसील क्षेत्र के जिला विकास प्राधिकरण में शामिल होने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि एलिफेंट कॉरिडोर में चल रहे अवैध निर्माण पर जल्द ही लगामा लगेगी और स्थानीय प्रशासन इन होटल संचालकों पर खख्त कार्रवाई करेगा, ताकि एलिफेंट कॉरिडोर के अन्य हिस्से को बचाया जा सके, लेकिन ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है.

जब इस बारे में रामनगर एसडीएम हरगिरी गोस्वामी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें ढिकुली क्षेत्र में चल रहे अवैध निर्माण की जानकारी मिली थी. क्षेत्रीय लेखपाल के माध्यम से मौके की स्थलीय रिपोर्ट तलब की गई है. रिपोर्ट के आधार पर जिला विकास प्राधिकरण को कार्रवाई करने के रिपोर्ट बनाकर भेजी जाएगी.

Intro:नोट-इस खबर के विजुअल मेल पर भेजे गये है अवैध निर्माण के नाम से कृपया देख लें।
एंकर-कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से सटे ढिकुली क्षेत्र में नियम कानून को ताक पर रखकर होटल का अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है।बिना नक्शा पास कराये हो रहे निर्माण कार्यो को रोकने के लिए गठित जिला विकास प्राधिकरण की लापरवाही के चलते इस निर्माण कार्यो से एक ओर एलिफेंट कॉरिडोर का दायरा सिकुड़ रहा है।तो दूसरी ओर सरकार को राजस्व की भी चपत लग रही है।स्थानीय प्रशासन इस मामले जिला विकास प्राधिकरण को रिपोर्ट भेजने की कार्यवाही करने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रहा है।


Body:वीओ-गौरतलब है कि राजाजी नेशनल पार्क से कॉर्बेट नेशनल पार्क होते हुए नेपाल,आसाम तक के जंगलों में जंगली हाथियों की आवाजाही वाले एलिफेंट कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा कॉर्बेट पार्क से सटे ढिकुली क्षेत्र होकर गुजरता है।इसके अलावा कॉर्बेट पार्क के पूर्वी हिस्से में रहने वाले वन्य जीव अपनी प्यास बुझाने के लिए गाँव के किनारे बह रही कोसी नदी पर निर्भर है।इस क्षेत्र में बेतरतीब ढंग से सैकड़ो होटल व रिसोर्ट के निर्माण के चलते हाथियों का स्वच्छंद विचरण प्रभावित हुआ है।स्वच्छंद विचरण प्रभावित होने के कारण एक ओर हाथियों के व्यवहार में परिवर्तन आ रहा है तो दूसरी ओर वह हिंसक होकर ग्रामीण आबादी के लिए भी खतरा बनते जा रहे है।बीते दो दशक में हाथी कॉरिडोर के ढिकुली स्थित करीब छः किलोमीटर की इस पूरी पट्टी में इतने निर्माण हो चुके है कि हाथियों की आवाजाही के लिए रास्ता लगभग बन्द ही हो चुका है।जिला विकास प्राधिकरण में रामनगर तहसील क्षेत्र शामिल होने के बाद उम्मीद थी कि हाथी कॉरिडोर में धड़ल्ले से चल रहे इस निर्माण कार्य पर प्रभावी अंकुश लग सकेगा तथा निर्माण कार्य से बचा-कुचा हिस्सा हाथी कॉरिडोर के लिए सुरक्षित रह सकेगा।लेकिन ऐसा नही हुआ।जिला विकास प्राधिकरण में सम्मिलित होने के बाद भी ढिकुली क्षेत्र में निर्माण कार्य बेखोफ बिना किसी रोज टोक के जारी है।इतना ही नही प्राधिकरण का हिस्सा होने के कारण बिना नक्शा पास कराये किसी भी निर्माण कार्य पर शक्ति से पाबंदी होने के बाद भी कई स्थानों पर बिना किसी नक्शे के निर्माण कार्य जारी है।एक ओर इस निर्माण कार्य से पहले से ही तांग हाथी कॉरिडोर और ज्यादा तंग होता जा रहा है।तो दूसरी ओर बिना नक्शे के हो रहे इस निर्माण कार्यो से राज्य सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है,लेकिन प्रशासन इस मामले में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही करने से बच रहा है।इस बाबत स्थानीय एसडीएम हर गिरी गोस्वामी का कहना है कि ढिकुली क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यो की जानकारी मिली है।क्षेत्रीय लेखपाल के माध्यम से मौके की स्थलीय रिपोर्ट तलब की गई है।रिपोर्ट के आधार पर जिला विकास प्राधिकरण को कार्यवाही के लिए रिपोर्ट बना कर भेजी जायेगी।

बाइट-हरगिरी गोस्वामी(एसडीएम,रामनगर)


Conclusion:
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