हल्द्वानी: रुद्रपुर स्थित एचपी कंपनी के 200 से अधिक कर्मचारी बीते 4 महीनों से हल्द्वानी श्रम विभाग कार्यालय के बाहर धरने (HP company employees protest) पर बैठे हुए हैं. कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार की ओर से उनकी समस्याओं को नहीं सुना गया. जिसका नतीजा रहा कि कंपनी ने फैक्ट्री को बंद कर दिया और आज पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार हो चुके हैं. कर्मचारियों का कहना है कि वो आईटी सेक्टर के कर्मचारी हैं, लेकिन फैक्ट्री बंद होने के बाद आज वो बेरोजगार हो चुके हैं. अब उनके सामने पकौड़े तलने और चाय बेचने के अलावा कोई रास्ता नहीं रह गया है.
कर्मचारियों का कहना है कि रुद्रपुर के सिडकुल स्थित एचपी कंपनी में करीब 500 कर्मचारी काम करते थे. कंपनी ने 200 से अधिक स्थायी कर्मचारियों को नोटिस देकर बाहर कर दिया और कंपनी को भी बंद कर दिया है. जिसके चलते अब वो लोग बेरोजगार हो चुके हैं. कर्मचारियों का कहना है कि वो बीते कई सालों से कंपनी में काम करते आ रहे हैं, लेकिन अब उनकी नौकरी की उम्र भी खत्म हो चुकी है.
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उनका कहना है कि मामले को लेकर वो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से भी कंपनी प्रबंधन से हुई वार्ता में कोई ठोस नतीजा नहीं निकाला गया. जिसका कारण रहा कि आज वो लोग बेरोजगार हो चुके हैं. कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार (Uttarakhand Assembly election boycott) करेंगे और सड़कों पर उग्र आंदोलन भी करेंगे.