नैनीताल: दो दिवसीय होम्योपैथिक डॉक्टरों का सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देश-विदेश के करीब 400 से अधिक होम्योपैथिक डॉक्टरों सहित होम्योपैथिक वैज्ञानिक भी प्रतिभाग कर रहे हैं. होम्योपैथिक को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए दुबई और श्रीलंका के वैज्ञानिक भी सेमिनार का हिस्सा है. कार्यक्रम के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि होम्योपैथिक पहले की अपेक्षा करीब 10 गुना तेजी से मरीजों को फायदा दे रही है. जिसके माध्यम से कैंसर, शुगर, ब्लड प्रेशर समेत अन्य घातक बीमारियां भी दूर हो रही है.
वहीं, उत्तराखंड होम्योपैथिक निर्देशक राजेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तराखंड सरकार होम्योपैथिक के विस्तारीकरण को लेकर बेहतर काम कर रही है. प्रदेश के 13 जिलों में प्राइमरी स्कूल के बच्चों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. .
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल्द मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा. जिसमें बेहतर होम्योपैथिक सेवाएं दी जाएंगी. राज्य सरकार द्वारा 10 बेड का हॉस्पिटल खोलने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही देहरादून में होम्योपैथिक हॉस्पिटल खुलेगा. प्रदेश में करीब 1 लाख 34 हजार डेंगू रोगियों का सफल उपचार भी होम्योपैथिक के माध्यम से किया गया था.
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उत्तर प्रदेश के होम्योपैथिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एएन सिंह ने कहा कि होम्योपैथिक विश्व में 4 गुना तेजी से तरक्की कर रही है. साथ ही एएन सिंह ने कहा कि एंटीबायोटिक दवा खाने से केवल बीमारी कुछ समय के लिए दबती है खत्म नहीं होती है. जिससे कुछ समय बाद शरीर में घातक बीमारी उत्पन्न होती है.