नैनीताल: उत्तराखंड समेत मध्य हिमालयी क्षेत्रों में लगातार आ रहे भूकंप की वजह से हिमालय और नैनीताल की लगातार ऊंचाई बढ़ रही है, जो आने वाले समय में एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है. भूकंप की वजह से मेन बाउंड्री थ्रस्ट, मेन सेंट्रल थ्रस्ट में दबाव पड़ने से ये प्लेट टूट रही हैं. लगातार आ रहे भूकंप की वजह से नैनीताल समेत पूरे हिमालयी क्षेत्रों की ऊंचाई भी बढ़ रही है.
मध्य हिमालयी क्षेत्रों में हर रोज एक दिन में 800 भूकंप आते हैं, लेकिन इन भूकंप की तीव्रता बेहद कम होती है. जिस कारण ये भूकंप महसूस नहीं किए जाते हैं. इन भूकंपों को केवल उपकरणों द्वारा ही नापा जा सकता है. लेकिन, कम तीव्रता वाले भूकंप बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं, क्योंकि जिस तरह हर रोज छोटी तीव्रता के भूकंप आ रहे हैं. उनकी वजह से मध्य हिमालयी क्षेत्रों की लगातार ऊंचाई बढ़ रही है.
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कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के वरिष्ठ प्रोफेसर सीसी पंत बताते हैं कि जिस तरह से लगातार कम तीव्रता के भूकंप आ रहे हैं, वो आने वाले समय में एक बड़ी चिंता का विषय हैं. इन छोटे भूकंप की वजह से धरती के अंदर जो ऊर्जा उत्पन्न हो रही है वो सही मात्रा में रिलीज नहीं हो पा रही है. जिस वजह से टेक्टोनिक प्लेट पर लगातार दबाव पड़ रहा है और धरती के अंदर हलचल मच रही है. लगातर प्लेट टूट रही है, जिस वजह से मध्य हिमालयी क्षेत्रों की ऊंचाई बढ़ रही है, जो आने वाले समय में बेहद खतरनाक साबित हो सकती है.