रामनगरः उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद बीते दो हफ्ते पहले हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षाफल घोषित कर चुका है. इस बार कंटेनमेंट जोन और कोरोना महामारी के चलते कई छात्र परीक्षा देने से वंचित रह गए थे. जिन्हें बिना परीक्षा दिए ही प्रमोट किया था. वहीं, शिक्षा परिषद ने दूसरा विकल्प रखा है. जो परीक्षार्थी अपने नंबर से संतुष्ट नहीं हैं, वो दोबारा परीक्षा देने के लिए आवेदन कर सकते हैं. जिसे लेकर उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने आवेदन की प्रकिया शुरू कर दी है. अब छात्र आगामी 29 अगस्त तक दोबारा परीक्षा देने के लिए आवेदन कर सकते हैं.
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के प्रभारी सचीव नवीन चंद्र पाठक ने छात्रों की परीक्षा कराने को लेकर एक शासनादेश जारी की है. जिसके अनुसार ऐसे परीक्षार्थी जो परिषद की ओर से दिए गए औसत अंकों से संतुष्ट नहीं है, उन छात्र-छात्राओं को इस आशय का शपथपत्र देना होगा कि वो परिषद की ओर से दिए गए औसत अंकों से संतुष्ट नहीं है और संबंधित विषय की परीक्षा में सम्मिलित होना चाहता है. ऐसे में इस परीक्षा में प्राप्त अंकों को अंतिम मानते हुए ही उसका संशोधित परीक्षा फल घोषित किया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि परीक्षा में प्राप्त अंक भले ही पहले के औसत अंक प्रदान करने की प्रक्रिया में दिए गए अंकों से कम या ज्यादा क्यों न हो, वो मान्य होगी. आवेदन के लिए पत्र और शपथ-पत्र का प्रारूप विद्यालय शिक्षा निदेशालय देहरादून की वेबसाइट www.schooleducation.uk.gov.in के announcement पर उपलब्ध है. छात्र-छात्राओं के लिए आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि 29 अगस्त है.