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डेंगू से निपटने की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग, आरक्षित किए बेड - एलाइजा किट की खरीद

स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने की तैयारियों में जुट गया है. इसके लिए विभाग ने बेड आरक्षित कर दिए हैं.

health department
डेंगू से निपटने की तैयारियां
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Published : Jun 18, 2021, 10:26 AM IST

Updated : Jun 18, 2021, 10:38 AM IST

हल्द्वानी: कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग (Health department) के लिए अब डेंगू से निपटना चुनौती बनने जा रहा है. बरसात के साथ ही वायरल बुखार और डेंगू के मामले सामने आने लगे हैं. ऐसे में अब नैनीताल जिला स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर है.

दरअसल, बरसात शुरू होते ही लोगों में वायरल बुखार और डेंगू के लक्ष्ण सामने आने लगते हैं. जिसे लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग पहले से ही सतर्क हो गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी(Chief Medical Officer) भागीरथी जोशी ने बताया कि डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी तरह के निर्देश जारी कर दिये हैं.

डेंगू से निपटने की तैयारियां.

ये भी पढ़ें: कोविड टेस्टिंग फर्जीवाड़ा: मुख्यमंत्री ने कहा यह मामला पुराना है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

CMO का कहना है कि जनपद के सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्र को निर्देशित किया गया है कि डेंगू के मद्देनजर साफ-सफाई और फॉगिंग का काम शुरू करें. जिससे डेंगू के मच्छर न पैदा हो सकें. इसके अलावा बेस अस्पताल और सुशीला तिवारी अस्पताल में डेंगू वार्ड तैयार किये गये हैं, जहां बेड को आरक्षित किया गया है. इसके अलावा डेंगू टेस्टिंग के लिए एलाइजा किट खरीद के लिए कार्रवाई की गई है. जबकि रैपिड कार्ड विभाग के पास पहले से मौजूद है. इसके अलावा ब्लड बैंकों में पर्याप्त मात्रा में ब्लड भी उपलब्ध है.

ये भी पढ़ें: देहरादून रीजन से भेजे गए फॉर्मूले को CBSE ने किया लागू, ऐसे तय होगा रिजल्ट

दरअसल, वर्तमान समय में अभी तक जनपद से कहीं से भी कोई डेंगू के मामले सामने नहीं आए हैं. लेकिन वायरल बुखार और मौसमी बुखार के मद्देजनर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. जिससे मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए जाने पर तुरंत इलाज मिल सकें.

डेंगू के लक्षण

बता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है जो एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.

डेंगू से बचाव

डेंगू से बचाव के लिए हमें अपने घर के आस-पास पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए. गमले, कूलर, बेकार पड़ा सामान, टायर आदि में पानी जमा नहीं रहने देना चाहिए. हम जिन बर्तनों में पक्षियों को पानी पिलाते हैं. उनका पानी भी हर रोज बदल देना चाहिए. क्योंकि जहां पर पानी होगा वहां पर मच्छर के लारवा पैदा हो जाएंगे. इस साल केस बढ़ने की ज्यादा आशंका है. इस साल पिछले साल के मुकाबले डेंगू के ज्यादा मरीज सामने आ सकते हैं.

हल्द्वानी: कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य विभाग (Health department) के लिए अब डेंगू से निपटना चुनौती बनने जा रहा है. बरसात के साथ ही वायरल बुखार और डेंगू के मामले सामने आने लगे हैं. ऐसे में अब नैनीताल जिला स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर है.

दरअसल, बरसात शुरू होते ही लोगों में वायरल बुखार और डेंगू के लक्ष्ण सामने आने लगते हैं. जिसे लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग पहले से ही सतर्क हो गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी(Chief Medical Officer) भागीरथी जोशी ने बताया कि डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी तरह के निर्देश जारी कर दिये हैं.

डेंगू से निपटने की तैयारियां.

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CMO का कहना है कि जनपद के सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्र को निर्देशित किया गया है कि डेंगू के मद्देनजर साफ-सफाई और फॉगिंग का काम शुरू करें. जिससे डेंगू के मच्छर न पैदा हो सकें. इसके अलावा बेस अस्पताल और सुशीला तिवारी अस्पताल में डेंगू वार्ड तैयार किये गये हैं, जहां बेड को आरक्षित किया गया है. इसके अलावा डेंगू टेस्टिंग के लिए एलाइजा किट खरीद के लिए कार्रवाई की गई है. जबकि रैपिड कार्ड विभाग के पास पहले से मौजूद है. इसके अलावा ब्लड बैंकों में पर्याप्त मात्रा में ब्लड भी उपलब्ध है.

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दरअसल, वर्तमान समय में अभी तक जनपद से कहीं से भी कोई डेंगू के मामले सामने नहीं आए हैं. लेकिन वायरल बुखार और मौसमी बुखार के मद्देजनर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. जिससे मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए जाने पर तुरंत इलाज मिल सकें.

डेंगू के लक्षण

बता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है जो एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.

डेंगू से बचाव

डेंगू से बचाव के लिए हमें अपने घर के आस-पास पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए. गमले, कूलर, बेकार पड़ा सामान, टायर आदि में पानी जमा नहीं रहने देना चाहिए. हम जिन बर्तनों में पक्षियों को पानी पिलाते हैं. उनका पानी भी हर रोज बदल देना चाहिए. क्योंकि जहां पर पानी होगा वहां पर मच्छर के लारवा पैदा हो जाएंगे. इस साल केस बढ़ने की ज्यादा आशंका है. इस साल पिछले साल के मुकाबले डेंगू के ज्यादा मरीज सामने आ सकते हैं.

Last Updated : Jun 18, 2021, 10:38 AM IST
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