हल्द्वानी: सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सरकार और अपने विरोधियों पर अक्सर तंज कसने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत को इस बार उनके बेटे आनंद रावत ने ही लपेट लिया हैं. आनंद रावत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ अपने पिता हरीश रावत पर भी तंज सका हैं. आनंद रावत ने लिखा है कि ''मेरे पिता ने मेरे चिंतन और विचारों से परेशान रहते हैं, शायद उन्होंने हमेशा मेरी बातें एक नेता की दृष्टि से सुनी और मुझे येड़ा समझा.''
यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और हरीश रावत के बेटे आनंद रावत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर अपना जहां अपना दर्द बयां किया है, वहीं उन्होंने प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर चिंता व्यक्त की और इस को लेकर अपने पिता हरीश रावत समेत कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं पर निशाना साधा हैं. आनंद रावत ने राज्य के युवाओं के लिए स्किल और कम्युनिकेशन को सफलता के लिए जरूरी बताया हैं. इसके साथ ही आईटीआइ और पॉलिटेक्निक करने वाले युवाओं के लिए बेहतर संभावनाएं तलाशने का सुझाव दिया हैं.
आनंद रावत ने लिखा है कि हमारे नेताओं ने प्रदेश में 72 पॉलिटेक्निक और 48 आईटीआई तो खोल दिए, जो पूरे भारत में सबसे अधिक किसी राज्य में है. इन संस्थाओं से हर साल 20 हजार स्किल्ड (skilled ) लड़के और लड़कियां बाज़ार में नौकरी के लिए तैयार हो भी रहे हैं. सिडकुल (sidcul) में अनुभवी पॉलिटेक्निक पास युवा को प्रतिमाह 12,974 रुपए और अनुभवी आईटीआई पास युवा को प्रतिमाह 10,340 रुपए ही मिलते है. जबकि केरल में पॉलिटेक्निक की 42 और आईटीआई की संख्या 35 के आसपास है.
आनंद रावत ने लिखा है कि केरल में न्यूनतम आय दक्ष कारीगर के लिए 22 हज़ार है. क्योंकि वहां का युवा विदेश में नौकरी करने का इच्छुक अधिक होता है. इसीलिए वहां मांग अधिक है. कनाडा में स्किल्ड युवा मतलब पॉलिटेक्निक व आईटीआई पास युवा साल के 46,800 डॉलर कमाता है, जो प्रतिवर्ष बत्तीस लाख के आस पास होता है और इसी अनुपात में जापान, ताइवान व खाड़ी देशों में भी कमाता है.
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आनंद रावत ने आगे लिखा कि ''अब फिर सवाल यह है कि रोजगार के यह अवसर उपलब्ध कौन कराएगा? आपके नेता अपने समर्थकों को उनके जन्मदिन पर बधाई या किसी परिचित के शोक संदेश वाले पोस्ट में व्यस्त हैं और आप लोग उनके क्रियाकलापों से खुश हैं. आनंद रावत ने लिखा कि हरीश रावत हों या फिर किशोर उपाध्याय या फिर युवा नेता विनोद कंडारी, सुमित हृदयेश, ऋतु खंडूड़ी इन सबके फेसबुक पर आपको यही पोस्ट दिखेगी, लेकिन राज्य चिंतन पर कुछ नहीं मिलेगा. आनंद रावत अपने पिता हरीश रावत पर सीधे तंज कसते हुए लिखते हैं, ''मेरे पिताजी मेरे चिंतन व विचारों से परेशान रहते हैं. शायद उन्होंने हमेशा मेरी बातें एक नेता की दृष्टि से सुनी और मुझे येड़ा समझा.
आनंद रावत के इस पोस्ट पर लोग तरह-तरह की प्रक्रिया दे रहे है. अब देखना होगा कि अक्सर अपने विरोधियों को अलग ही अंदाज में जबाव देने वाले हरीश रावत अपने बेटे आनंद रावत को किस तरह से जवाब देते और क्या? बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में हरीश रावत ने अपनी बेटी और बेटे दोनों के लिए टिकट मांगा था, लेकिन कांग्रेस हाईकमान में हरीश रावत और उनकी बेटी अनुपमा को टिकट दे दिया था, लेकिन उनके बेटे आनंद रावत को टिकट नहीं दिया था. हालांकि इस चुनाव में हरीश रावत को अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए थे, लेकिन बेटी अनुपमा रावत ने हरिद्वार ग्रामीण से जीत गई थी. मालूम हो कि आनंद पिछले काफी समय से युवाओं को सेना में भर्ती की तैयारी करवा रहे हैं. युवाओं के रोजगार को लेकर अपनी चिंता वो अक्सर जाहिर करते रहे हैं.