हल्द्वानी: विधानसभा चुनाव के बाद अब कांग्रेस जीत का दावा करते हुए सरकार बनाने की बात कर रही है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा है कि कांग्रेस 48 सीटें जीतने जा रही है. इसी के साथ उन्होंने एक बार फिर सीएम बनने का राग अलापा है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि या तो वो सीएम बनेंगे या घर बैठेंगे, क्योंकि उनको अपने हिसाब से उत्तराखंड को आगे बढ़ाना है.
हरीश रावत के इस बयान ने एक बार फिर उत्तराखंड की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. उत्तराखंड कांग्रेस में सीएम चेहरे को लेकर लंबे समय से लड़ाई चल रही है. चुनाव से पूर्व हरदा कई बार सीएम चेहरा घोषित करने की बात कह चुके हैं. अब मतदान के बाद एक बार फिर से हरदा ने वही राग छेड़ दिया है.
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गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव का मतदान संपन्न होने के बाद हरीश रावत अपने विधानसभा क्षेत्र लालकुआं में जगह-जगह भ्रमण कर रहे हैं. इस दौरान हरीश रावत अपने कार्यकर्ताओं को लॉलीपॉप भी खिलाया, जिसके बाद से हरीश रावत सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं.
दलित सीएम की कर चुके हैं हिमायत: बताते चलें कि हरीश रावत ने चुनाव से पहले कहा था कि वो एक दलित को राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहते हैं. वहीं अब जीत की सुगंध देखकर हरीश रावत के मन में मुख्यमंत्री बनने की लालसा जाग गई है. पार्टी की परिवर्तन यात्रा के दौरान हरिद्वार जिले के लक्सर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा था कि कांग्रेस (Congress) ने पंजाब (Punjab) में एक दलित को मुख्यमंत्री (चरणजीत सिंह चन्नी) बनाकर इतिहास रचा है. उनके इस बयान के कई मायने निकाले जाने लगे और सत्ता पक्ष को भी उनके इस बयान ने असहज कर दिया था. क्योंकि उत्तराखंड में आज तक कोई दलित मुख्यमंत्री नहीं बना है.