हल्द्वानी: मुखानी थाना क्षेत्र में बीती 19 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड अधिकारी डॉ. प्रमोद चंद्र गुरुरानी के साथ हुई ठगी के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी यूपी के रहने वाले हैं. जिन्हें पुलिस ने हल्द्वानी से ही गिरफ्तार किया है. प्रभारी एसपी हल्द्वानी सिटी दिनेश चंद्र ने इस पूरे मामले का रविवार को खुलासा किया है.
पुलिस ने बताया कि 19 जनवरी शाम को डॉ. प्रमोद चंद्र गुरुरानी अपने घर के बाहर टहल रहे थे. तभी बाइक सवार दो लोग उनके पास पहुंचे. बाइक सवार लोगों ने गुरुरानी को उनका रिश्तेदार बताते हुए उन्हें अपने बेटे की शादी में आने का निमंत्रण दिया. डॉ. गुरुरानी ने गले में सोने की चेन और हाथों में अंगूठी पहनी हुई थी. जिसे देखकर बदमाशों ने कहा कि उन्हें भी इसी डिजाइन की चेन और अंगूठी बनवानी है और इसके लिए उन्होंने चेन और अंगूठी की फोटो खींचने की इच्छा जताई.
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डॉ. गुरुरानी ने भी बदमाशों पर विश्वास करते हुए फोटो खींचने के लिए चेन और अंगूठी उन्हें दे दी. जैसे ही बदमाशों के हाथों में चेन और अंगूठी आई वे बाइक पर सवार होकर फरार हो गए. डॉ. गुरुरानी इससे पहले कुछ समझ पाते बदमाश उनकी पहुंच से दूर जा चुके थे. इसके बाद उन्होंने मामले की रिपोर्ट मुखानी थाने में दर्ज कराई.
पुलिस ने बदमाशों का पता लगाने के लिए इलाके के लिए करीब 90 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. जिसके आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों की पहचान की. जिन्हें रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के कब्जे से पुलिस को चेन और अंगूठी भी बरामद हुई है.
पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम विनोद कुमार शर्मा निवासी अलीगढ़ और कालीचरण निवासी बरेली बताया है. दोनों पिछले 35 सालों से इसी तरह ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. उनका एक बेटा भी ठगी के मामले में जेल में बंद है. पुलिस की जांच में सामने आया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में कई मुकदमे दर्ज है. पुलिस ने लूट में प्रयोग की गई बाइक को भी जब्त कर लिया है.