रामनगर: विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में अब नियमों का पालन न करने वाले जिप्सी स्वामियों पर कार्रवाई होगी. साथ ही कॉर्बेट प्रशासन जल्द कॉर्बेट पार्क में चलने वाली जिप्सियों पर जीपीएस लगाने जा रहा है. जिससे जिप्सियों चालक की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके. वहीं नियमों का उल्लंघन करने वाले जिप्सी चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पर्यटन सत्र शुरू हो चुका है. हर वर्ष देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक कॉर्बेट पार्क में वन्यजीवों और यहां की जैव विविधता का नजदीकी से दीदार करने पहुंचते हैं. पर्यटकों को पार्क के अंदर भ्रमण कराने वाले जिप्सी चालकों के द्वारा नियमों का उल्लंघन करने के मामले भी लगातार सामने आते रहे हैं.वहीं कॉर्बेट पार्क में लगभग 300 से अधिक जिप्सियां पंजीकृत हैं. जिप्सियों के माध्यम से पर्यटक सफारी का लुत्फ उठाते हैं. वहीं जंगल सफारी के दौरान कॉर्बेट प्रशासन ने कुछ नियम भी बनाए हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है. जिससे मानव और वन्यजीव संघर्ष को रोका जा सके. कॉर्बेट प्रशासन के नियमों में सफारी के दौरान वन्य जीवों से दूरी बनाए रखने, जंगल के अंदर शोर ना करने, सफारी के दौरान वाहन से ना उतरने की हिदायत दी जाती है.
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लेकिन कई बार बाघ के दिखने जिप्सी चालक उत्साहित हो जाते हैं, नियमों की अनदेखी कर वाहन को जंगली जानवरों के नजदीक रोक देते हैं, जिससे खतरा बना रहता है. गौरतलब है कि पूर्व में कॉर्बेट के ढिकाला जोन में 90 से ज्यादा जिप्सियों को नियमों का उल्लंघन करने पर कुछ समय तक पार्क में प्रतिबंधित किया गया था. इतने ही चालक व गाइड पर भी कार्रवाई हुई थी. वहीं अब कॉर्बेट प्रशासन इन जिप्सियों मे जीपीएस लगाने की तैयारी कर रहा है. वहीं कॉर्बेट पार्क के पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटि ने बताया कि कॉर्बेट पार्क में सही तरीके से पर्यटन चलाने के उद्देश्य से पार्क में चलने वाली जिप्सियों में जीपीएस लगाने की कार्रवाई गतिमान है. साथ ही जिप्सी चालकों को नियमों का पालन कराना प्रमुख उद्देश्य है. क्योंकि पूर्व में ऐसे कई मामले सामने आए थे, जिसमें जिप्सी चालकों ने नियमों का उल्लंघन किया था.