रामनगर: वन प्रभाग क्षेत्र में तस्करी की घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है. वन प्रभाग तराई केंद्रीय कालाढुंगी ने देर रात मुखबिर की सूचना पर एक व्यक्ति के फॉर्म हाउस से 200 नग अवैध खैर की लकड़ी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल टीम अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
फॉर्म हाउस पर की छापेमारी
वन प्रभाग तराई केंद्रीय कालाढुंगी के एसओजी प्रभारी व बरहैनी वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने टीम के साथ केलाखेड़ा गणेशपुर चौराहे पर स्थित दीपक राणा के फार्म हाउस पर छापेमारी की. छापेमारी की कार्रवाई के दौरान टीम ने फॉर्म हाउस से 200 नग अवैध खैर की लकड़ी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, मुख्य आरोपी की तलाश में टीम जुटी हुई है.
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आरोपियों ने उगले राज
वहीं, टीम ने मुखबिर की सूचना पर राजेंद्र उर्फ राजू पुत्र भरत सिंह को अलताहिर सर्विस सेंटर बाजपुर व शमशाद अली पुत्र कलअंसा को गणेशपुर चौराहे के पास से गिरफ्तार किया. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पूछताछ में उन्होंने बताया कि इस कारोबार में सोनू निवासी मुकुंदपुर थाना गदरपुर व जावेद अहमद उर्फ सोनू निवासी गदरपुर उनका साथ दिया करते थे.
दो माह से कर रहे थे तस्करी का कार्य
दोनों अभियुक्तों द्वारा यह भी बताया गया कि वह खैर की लकड़ी सोनू कश्यप पुत्र रूप किशोर निवासी केलाखेड़ा कॉलोनी गूलरभोज,आसीन पुत्र निवासी लंगड़ाभोज, जाकिर निवासी मथुरा जिला गदरपुर, सुरेंद्र पुत्र करनैल निवासी रामपुरा व लकी निवासी चक्कीमोड बाजपुर से खरीद कर दीपक राणा के फॉर्म हाउस में एकत्र कर बेचते थे. वह यह कार्य वह लगभग 2 माह से कर रहे थे. एसओजी प्रभारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि 200 नग खैर की लकड़ी को जप्त करते हुए दोनों अभियुक्तों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर न्यायालय में पेश किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि पकड़ी गई लकड़ी की कीमत लगभग दो से तीन लाख रुपए आंकी जा रही है.