रामनगर: पुलिस और वन विभाग तराई पश्चिमी की संयुक्त टीम ने बन्नाखेड़ा क्षेत्र में घरों से अवैध खैर के 61 गिल्टे बरामद किए हैं. जिनकी कीमत 2 लाख से ज्यादा आंकी जा रही है. वहीं, पुलिस और वन विभाग तराई पश्चिमी की टीम की कार्रवाई से लोगों में खलबली मची हुई है.
वन प्रभाग रामनगर के तराई पश्चिमी क्षेत्र के बन्नाखेड़ा रेंज में पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने लाखों रुपए की खैर की लकड़ी बरामद की. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तीन लकड़ी तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने लकड़ी और तस्करों को अग्रिम कार्रवाई के लिए वन विभाग की टीम के सुपुर्द कर दिया है. वन प्रभाग के प्रभाग तराई पश्चिमी एसडीओ शिशुपाल रावत ने कहा कि ग्राम केला बनवारी में सुरजीत सिंह और गोपाल सिंह के घर पर जंगल से चोरी कर खैर की लकड़ी छुपाकर रखी गई थी.
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मुखबिर की सूचना पर वन विभाग और पुलिस की टीम ने बीते देर रात छापेमारी की कार्रवाई की. इस दौरान टीम ने सुरजीत सिंह के घर पर छुपाकर रखी गई खैर की लकड़ी बरामद की है. जिसके बाद टीम ने गुरपाल सिंह के घर से भी भारी मात्रा में खैर की लकड़ी बरामद की. पुलिस की पूछताछ में सुरजीत सिंह ने ग्राम इटावा निवासी सुखदेव सिंह के साथ मिलकर काम करना बताया गया.
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जिसके चलते पुलिस ने सुखदेव सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है. एसडीओ शिशुपाल रावत ने बताया कि पकड़े गए युवकों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि खैर की लकड़ी को अवैध रूप से जंगल से काटकर लाया गया था. साथ ही उन्होंने बताया कि तीनों युवक खैर की लकड़ी को गाजियाबाद और हरियाणा में बेचने का काम करते हैं.