नैनीताल:सरोवर नगरी की नैनी झील, ठंडा मौसम और सुंदर वादियां तो पयर्टकों को अपनी तरफ खींचती ही हैं, लेकिन अब पक्षी प्रेमी भी नैनीताल की ओर रुख करने लगे हैं. दरअसल, नैनीताल के किलबरी, पंगोट, विनायक, सातताल, नौकुचियाताल और चाफी क्षेत्र में देशभर की सबसे अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं. इन पक्षियों के दीदार के लिये देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटक नैनीताल आने लगे हैं.
विभिन्न प्रजातियों की पक्षियों को देखने अमेरिका, इंग्लैंड, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी समेत 11 देशों के पर्यटक नैनीताल पहुंचे हैं. पर्यटकों का कहना है की उन्होंने सुंदर-सुंदर पक्षियों के साथ ही गुलदार, बाघ, हिरन समेत कई अन्य पशु-पक्षियों का दीदार किया. नैनीताल पहुंचे इन विदेशी पर्यटकों ने बताया कि नैनीताल के साथ-साथ पंगोट, सातताल, नौकुचियाताल और चाफी गांव भी पहुंचे जो सरोवर नगरी से करीब 10 से 20 किलोमीटर दूर हैं. विदेशी हिमालयन क्षेत्र की रंग-बिरंगे पक्षियों को कैमरे में भी कैद कर रहे हैं.
बता दें कि नैनीताल और उसके आस-पास के क्षेत्रों में करीब 700 से 790 पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं. इसमे रेड हेडेड कल्चर, ग्रेट स्पॉटेड ईगल, ईस्टर्न इम्पिरल ईगल, ग्रे क्राउन प्री रीनिया बर्ड, ब्लैक क्रिस्टेड टीट, ग्रीन क्राउन वाल्चर, विस्लर वारब्लर बर्ड, ब्लैक लोर्ड टीट, एशियन पैराडाइज फ्लाई कैचर, हिमालयन वुड पीकर बर्ड, रीसेट स्पैरो जैसे पक्षी हैं. बताया जाता है कि ये पक्षी आम तौर पर नैनीताल के अलावा कही दूसरी जगहों मे देखने को नहीं मिलते हैं.