हल्द्वानीः ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. लालकुआं रेलवे स्टेशन पर खुले में फेंकी जा रही पीपीई किट और उसमें आग लगाए जाने की खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था. खबर दिखाए जाने के बाद जिलाधिकारी सविन बंसल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित की थी. जांच कमेटी ने मामले की रिपोर्ट तैयार प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड भेजा. जिसके बाद प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने नगर पंचायत लालकुआं, स्वास्थ्य विभाग नैनीताल और लालकुआं रेलवे स्टेशन के सफाई कार्यदायी संस्था पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. सभी विभागों को जुर्माना राशि 15 दिनों के भीतर जमा करना है.
गौर हो कि बीते 21 मई को गुजरात से ट्रेन के माध्यम से प्रवासी लालकुआं स्टेशन पहुंचे थे. जहां उनके स्वास्थ्य परीक्षण में इस्तेमाल की गई पीपीई किट को खुले में फेंकी जा रही थी. पूरे मामले की खबर को ईटीवी भारत पर प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इतना ही नहीं खबर दिखाए जाने के बाद कूड़े के ढेर में पड़े पीपीई और मेडिकल वेस्ट मेटेरियल को रेलवे स्टेशन परिसर के पास आग के हवाले कर दिया गया. जिसके चलते स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा था.
ये भी पढ़ेंः परीक्षण के बाद खुले में फेंकी जा रही PPE किट, रेलवे स्टेशन बना कूड़ा घर
वहीं, मामले में डीएम सविन बंसल ने जांच के आदेश दिए थे. पूरे मामले की जांच के बाद देहरादून प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने रेलवे के सफाई काम में लगी संस्था एमके एंटरप्राइजेज, नगर पंचायत लालकुआं, स्वास्थ्य विभाग नैनीताल के खिलाफ नोटिस जारी किया है. साथ ही 15 दिन के भीतर जुर्माना राशि को जमा करने को निर्देश दिया है. प्रदूषण कंट्रोल नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके चतुर्वेदी ने बताया कि तीनों विभाग अगले 15 दिन के भीतर जुर्माना जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.