रामनगर: नैनीताल जिले के रामनगर में सरकारी हॉस्पिटल के बाहर कुछ लोगों ने डॉक्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि रामनगर सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने तीन दिन पहले मरीज के तीमारदार के साथ अभद्रता की थी. इसीलिए वो उस डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग करते हैं.
रामनगर के सरकारी हॉस्पिटल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सके लिए, इसके लिए सरकार इस हॉस्पिटल का संचालन पीपीपी (Public private partnership) मोड पर रही है, लेकिन यहां मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं को लाभ मिलने के बजाय डॉक्टरों पर ही मरीजों और उनके तीमारदारों पर अभद्रता करने जैसे आरोप लग रहे हैं. एक बार फिर तीमारदार ने यहां के डॉक्टर पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है.
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अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र के रहने वाले तीमारदार विक्रम रावत का आरोप है कि वो तीन पहले अपने परिजनों का उपचार कराने के लिए रामनगर के सरकारी हॉस्पिटल में आए थे. इसी दौरान रेफर को लेकर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने उनकी साथ अभद्रता की. गुरुवार को इसी के विरोध में दर्जनों लोगों ने आरोपी डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग की.
हॉस्पिटल में हंगामा बढ़ा तो पुलिस भी मौके पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह शांत नहीं हुए. कुछ देर बाद अस्पताल प्रबंधक डॉक्टर प्रतीक ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर मामले में एक जांच कमेटी बनाकर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. वही इस प्रकरण की जांच को लेकर तहसीलदार विपिन चंद्र पंत एवं प्रभारी सीएमएस डॉ प्रशांत कौशिक द्वारा भी मामले की जांच शुरू कर दी गई है.