हल्द्वानीः प्याज के आसमान छूते दामों ने लोगों के रसोई का बजट बिगाड़ रखा है, तो वहीं बढ़ते दामों को देखते हुए जमाखोर भी सक्रिय हो गए हैं. प्याज माफिया जमाखोरी कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन अब प्याज जमाखोरों के खिलाफ भी कार्रवाई का मन बना रहा है. किसी भी व्यापारी द्वारा प्याज की जमाखोरी की जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्याज के बढ़ते दामों के लिए जमाखोरी प्रमुख कारण बताया जा रहा है.
कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में रोजाना 50 से 60 टन प्याज की आवक होती है. प्याज के बढ़ते दामों ने लोगों को रुलाकर रखा है, तो वहीं प्याज के बढ़ते दाम सरकार के लिए भी मुसीबत बन गए हैं. प्याज जमाखोर मंडियों पर हावी होकर आम जनता के आंसू निकलवा रहे हैं.
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जिसके चलते नैनीताल जिलाधिकारी सविन बंसल ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि किसी भी व्यापारी द्वारा प्याज की जमाखोरी की संलिप्तता पाई जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि प्याज माफिया पर जिला प्रशासन की नजर है.
गौरतलब है कि राजस्थान, नासिक और महाराष्ट्र में बरसात के चलते प्याज की खेती खराब हो गई है. ऐसे में प्याज के रेट आसमान छू रहे हैं. प्याज माफिया सक्रिय हो गए हैं. नवरात्र के बाद प्याज के दामों में और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है, जिसके मद्देनजर प्याज माफिया प्याज की जमाखोरी करने में लगे हुए हैं.