हल्द्वानी: अशोक लेलैंड से पिछले कई सालों से काम कर डिप्लोमा किये छात्रों की मान्यता नहीं होने के चलते उनके सामने संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में हल्द्वानी में छात्र और जनप्रतिनिधियों साथ-साथ बैठक कर रायशुमारी करते हुए अशोक लेलैंड के खिलाफ व्यापक आंदोलन की रणनीति तैयार की गई है.
आंदोलन कर रहे छात्रों का कहना है कि राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत उन्हें 4 साल और 2 साल का डिप्लोमा कोर्स करने के लिए अशोक लेलैंड में काम करने के लिए भेजा गया. 4 साल के डिप्लोमा को 6 साल बाद मिलने पर छात्रों को पता चला कि इस डिप्लोमा की कोई मान्यता नहीं है. लगभग 700 से अधिक पहाड़ और मैदान के छात्रों के साथ धोखा हुआ है.
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हल्द्वानी में बैठक कर छात्रों ने कहा कि आज किसी दूसरी जगह अगर काम करने जाएं तो उन्हें नहीं रखा जाएगा. क्योंकि उनके डिप्लोमा की किसी तरह की कोई मान्यता नहीं है. इस मांग को लेकर कांग्रेस का शिष्टमंडल 2 दिन पहले मुख्यमंत्री से भी मिला था.
कांग्रेस प्रदेश महासचिव हरीश पनेरु का कहना है कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई. उन्होंने कहा छात्रों के साथ बड़ा धोखा किया गया है. इनके डिप्लोमा की मान्यता दिलाने के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा. साथ ही हरीश नेहरू ने कहा कि जल्द वह पंतनगर थाने में अशोक लेलैंड कंपनी के खिलाफ 420 का मुकदमा भी दर्ज कराएंगे.