हल्द्वानी/नैनीताल: प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने आज कोतवाली परिसर में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में सामाजिक संगठनों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना. शहर की ट्रैफिक समस्या और नशे के बढ़ते कारोबार का मामला जनसंवाद में छाया रहा. डीजीपी ने लोगों को आश्वस्त किया कि पुलिस जनता की हर समस्या का निस्तारण करेगी और किसी भी अपराधी को फलने फूलने नहीं देगी.
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार पत्रकारों से रूबरू हुए कहा कि कुमाऊं मंडल में लंबित 90% केसों को निस्तारण किया जा चुका है. कानून व्यवस्था और फरियादियों के प्रति पुलिस के दायित्व को उनके द्वारा लगातार समझाया जा रहा है. आम लोगों की सुरक्षा और सहूलियत के लिए पुलिस काम कर रही है. इसके लिए सभी पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया कि आम आदमी के साथ पुलिस मित्रता की भूमिका निभाए और जनता के सहयोग से बढ़ते हुए अपराध पर लगाम लगाएं.
जन संवाद कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पुलिस के पास आने वाला फरियादी बड़ी उम्मीदों के साथ आता है. ऐसे में उसे न्याय दिलाना पुलिस का काम है और हमें ऐसी व्यवस्था बनानी होगी कि पीड़ित पुलिस के पास आने से घबराए नहीं. जनसंवाद कार्यक्रम में एक महिला द्वारा आरोप लगाया गया कि पुलिस अपने काम में लापरवाही बरत रही है और कोरोना काल के बीच एंबुलेंस से मंडी के अंदर शराब उतारी जा रही थी. लेकिन शहर की पुलिस एंबुलेंस की गाड़ियों को अभी तलाशी नहीं लेती है. ऐसे में नशे के कारोबारियों एंबुलेंस की आड़ में नशे के कारोबार को अंजाम दे रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां की जा चुकी है. लगभग 4 हजार पुलिसकर्मियों को अब तक कुंभ ड्यूटी प्रशिक्षण पूरा हो चुका है. लिहाजा पुराना के व्यक्ति के भविष्य के प्रति मिटाएं देखते हुए कुंभ का स्वरूप क्या होगा या सरकार को तय करना है. लेकिन पुलिस द्वारा कुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई है.
वहीं, दूसरी तरफ नवनियुक्त डीजीपी अशोक कुमार नैनीताल पुलिस लाइन में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह में शिरकत किया. इस दौरान डीजीपी ने पुलिस के जवानों को हो रही दिक्कतों पर चर्चा की साथ ही कई समस्याओं का मौके पर निस्तारण भी किया.
डीजीपी ने प्रदेश के पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों को सख्त लहजे में कड़े निर्देश दिए हैं कि पुलिस अधिकारी या जवान किसी भी स्थिति में अनुशासनहीनता करता है या फरियादियों की शिकायत नहीं सुनता है तो उसके खिलाफ अनुशासनहीनता के मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.