हलद्वानी: उपनेता प्रतिपक्ष करण माहरा ने हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना जांच को लेकर हुए फर्जीवाड़े पर सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला है. माहरा ने इस मामले में कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. जिस कंपनी को जांच का ठेका दिया गया माहरा ने उस प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया है.
करण माहरा का कहना है कि, जिस कंपनी को ठेका दिया गया, उसने ICMR की गाइडलाइन का पालन नहीं किया. फिर ऐसी कंपनी को ठेका कैसे दिया गया जो ICMR की गाइडलाइन का पालन ही नहीं कर रही. उसको इतने बड़े आयोजन का काम क्यों और किसकी शह पर दिया गया इसकी जांच होनी चाहिए.
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करण माहरा ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं की पहुंच होने के चलते ऐसी कंपनी को जांच का ठेका दिया गया जो ICMR की गाइडलाइन का पालन ही नहीं करती. वहीं, इस मामले में कांग्रेस पार्टी 25 जून को हरिद्वार में सत्याग्रह करेगी. जिसमें कई बड़े नेताओं के शामिल होने की संभावना है.
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वहीं, उत्तराखंड में पैदा हो रहे संवैधानिक संकट पर उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने कहा कि ये नरेंद्र मोदी और अमित शाह का भी संकट है. क्योंकि किसी जमाने में CBI को केंद्र सरकार का तोता कहा जाता था और आज चुनाव आयोग केंद्र सरकार का तोता बन गया है. लिहाजा अभी तो संकट यह है कि ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद से कैसे हटाया जाए. अमित शाह और नरेंद्र मोदी के लिए ये सबसे बड़ा संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि पश्चिम बंगाल में कई हथकंडे अपनाने के बाद भी भाजपा ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक पाई.