ETV Bharat / state

बारिश और बर्फबारी नहीं होने से सूखे जैसे हालात, 'धरती पुत्र' की बढ़ी परेशानियां - Haldwani News

Kumaon Farming उत्तराखंड में समय से बारिश ना होने से किसानों की चिंता बढ़ा दी है. लंबे समय से बारिश ना होने से पर्वतीय जिलों के किसान काफी परेशान हैं, क्यों कि उनकी फसल बारिश पर ही निर्भर रहती है. असिंचित क्षेत्र होने से किसानों को इस बार पैदावार पर असर पड़ने की चिंता सता रही है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 5, 2024, 11:00 AM IST

Updated : Jan 5, 2024, 11:06 AM IST

बारिश ना होने से किसान परेशान

हल्द्वानी: प्रदेश में लंबे समय से बारिश और बर्फबारी न होने से किसानों और बागवानों की चिंता बढ़ गई है. पूरे प्रदेश में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं ऐसे में कृषि विभाग ने सभी कृषि अधिकारियों को एडवाइजरी जारी की है. किसानों की बागवानी के साथ-साथ गेहूं,तिलहन और दलहन की फसल खेतों में लगी हुई है. लेकिन समय से बरसात नहीं होने के चलते किसानों के सामने संकट पैदा हो गया है. सबसे ज्यादा हालत पहाड़ के असिंचित क्षेत्रों में देखा जा रहा है.

जानकारों की मानें तो आगामी दो सप्ताह तक बारिश नहीं होती है तो सूखे से गेहूं की फसल को नुकसान होगा. पहाड़ों में खेती के लिए किसानों को बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है. लेकिन उधमसिंह नगर, हरिद्वार व देहरादून के अलावा मैदानी क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा होने से फसल पर कम असर पड़ेगा. लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में गेहूं व अन्य फसलों के लिए बारिश जरूरी है. संयुक्त कृषि निदेशक कुमाऊं मंडल प्रदीप कुमार सिंह के मुताबिक इस सीजन में कुमाऊं मंडल में 1 लाख 75 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई, जबकि 20 हजार 500 हेक्टेयर में दलहन, 6 हजार 7000 हेक्टेयर में दलहन की बुआई हुई है.
पढ़ें-अब उधम सिंह नगर जिले के लिए जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट, हरिद्वार समेत पर्वतीय जनपदों के लिए ये चेतावनी

बारिश नहीं होने के चलते वर्तमान समय में मैदानी क्षेत्रों में फसल पर उतना असर नहीं देखा जा रहा है. लेकिन पहाड़ पर बारिश और बर्फबारी नहीं होने से इसका असर दिखने लगा है. लेकिन अभी तक कहीं से सूखे जैसे हालात सामने नहीं आई हैं. फिर भी जिले के सभी कृषि विभाग के अधिकारियों और फील्ड कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. सभी को किसानों के फसलों की निगरानी करने और उसका सर्वे कर विभाग को अवगत कराने के निर्देश दिए हैं. कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि सूखे की स्थिति में विभाग को अवगत कराएं और जहां कहीं भी सिंचाई के साधन है उससे फसलों की सिंचाई करें.

विकासनगर में बारिश ना होने से किसान परेशान: विकासनगर क्षेत्र की अधिकांश कृषि बारिश पर निर्भर है. क्षेत्र में लंबे समय से बारिश ना होने से फसल पर इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. समय से बारिश ना होने से गेहूं, जौ, मटर की फसलों की ग्रोथ थम सी गई है. जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है.

बारिश ना होने से किसान परेशान

हल्द्वानी: प्रदेश में लंबे समय से बारिश और बर्फबारी न होने से किसानों और बागवानों की चिंता बढ़ गई है. पूरे प्रदेश में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं ऐसे में कृषि विभाग ने सभी कृषि अधिकारियों को एडवाइजरी जारी की है. किसानों की बागवानी के साथ-साथ गेहूं,तिलहन और दलहन की फसल खेतों में लगी हुई है. लेकिन समय से बरसात नहीं होने के चलते किसानों के सामने संकट पैदा हो गया है. सबसे ज्यादा हालत पहाड़ के असिंचित क्षेत्रों में देखा जा रहा है.

जानकारों की मानें तो आगामी दो सप्ताह तक बारिश नहीं होती है तो सूखे से गेहूं की फसल को नुकसान होगा. पहाड़ों में खेती के लिए किसानों को बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है. लेकिन उधमसिंह नगर, हरिद्वार व देहरादून के अलावा मैदानी क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा होने से फसल पर कम असर पड़ेगा. लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में गेहूं व अन्य फसलों के लिए बारिश जरूरी है. संयुक्त कृषि निदेशक कुमाऊं मंडल प्रदीप कुमार सिंह के मुताबिक इस सीजन में कुमाऊं मंडल में 1 लाख 75 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई, जबकि 20 हजार 500 हेक्टेयर में दलहन, 6 हजार 7000 हेक्टेयर में दलहन की बुआई हुई है.
पढ़ें-अब उधम सिंह नगर जिले के लिए जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट, हरिद्वार समेत पर्वतीय जनपदों के लिए ये चेतावनी

बारिश नहीं होने के चलते वर्तमान समय में मैदानी क्षेत्रों में फसल पर उतना असर नहीं देखा जा रहा है. लेकिन पहाड़ पर बारिश और बर्फबारी नहीं होने से इसका असर दिखने लगा है. लेकिन अभी तक कहीं से सूखे जैसे हालात सामने नहीं आई हैं. फिर भी जिले के सभी कृषि विभाग के अधिकारियों और फील्ड कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. सभी को किसानों के फसलों की निगरानी करने और उसका सर्वे कर विभाग को अवगत कराने के निर्देश दिए हैं. कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि सूखे की स्थिति में विभाग को अवगत कराएं और जहां कहीं भी सिंचाई के साधन है उससे फसलों की सिंचाई करें.

विकासनगर में बारिश ना होने से किसान परेशान: विकासनगर क्षेत्र की अधिकांश कृषि बारिश पर निर्भर है. क्षेत्र में लंबे समय से बारिश ना होने से फसल पर इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. समय से बारिश ना होने से गेहूं, जौ, मटर की फसलों की ग्रोथ थम सी गई है. जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है.

Last Updated : Jan 5, 2024, 11:06 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.