हल्द्वानी: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बहुत सी कंपनियां अपने प्रोडक्ट को बेच रही हैं. लेकिन उस प्रोडक्ट की क्वालिटी पर कई बार सवाल खड़े होते रहे हैं. ऐसे में अब बाट माप विभाग ऑनलाइन प्लेटफार्म पर बिकने वाली प्रोडक्ट की निगरानी कर रहा है. जिससे ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी ना हो सके.
बाट माप विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले बहुत से प्रोडक्ट को लेकर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. जहां कंपनियां अपने प्रोडक्ट के निर्माता के नाम, वेट,साइज और एमआरपी के अलावा प्रोडक्ट पर कंपनी द्वारा जारी किए गए आवश्यक घोषणाओं को छुपाए जाने के मामले सामने आए हैं. जिसके बाद बाट माप विभाग अब ऑनलाइन मार्केटिंग करने वाली कंपनियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है.
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नियंत्रक अधिकारी बाट माप विभाग ( कुमाऊं मंडल) गोविंद सिंह रावत का कहना है कि कुमाऊं मंडल संभाग में इस वित्तीय वर्ष अप्रैल, मई,जून 3 महीनों के भीतर सात कंपनियों के खिलाफ बाट माप विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है. जिसमें से 6 मामलों में कमी पाई गई, जहां कंपनियों से जुर्माने के तौर पर 4 लाख 55 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया गया है. उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स समान बिक्री करने वाले एक कंपनी के ऊपर एक लाख 25 हजार का जुर्माना लगाया गया है.
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म पर बिक्री करने वाली कंपनियों की निगरानी विभाग के निरीक्षक द्वारा समय-समय पर की जाती है. कमियां पाए जाने पर कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा इस वित्तीय वर्ष में अभी तक बाट माप विभाग द्वारा जगह-जगह छापेमारी कर 288 घटतौली के मामले पकड़े हैं. जिसमें 283 मामलों में जुर्माना के तहत 9 लाख 67 हजार रुपए वसूले गए हैं. जबकि अन्य मामलों में अभी कार्रवाई जारी है. उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा बाट माप विभाग को 5 करोड़ 78 लाख रुपए राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है. जिसके सापेक्ष अभी तक करीब 70 लाख रुपए की राजस्व की प्राप्ति हुई है.